तमसा नदी ने दिखाया रौद्र रूप, टपकेश्वर मंदिर को पहुंचा नुकसान, गुफा में घुसा मलबा

 मंदिर के बाहर स्थापित भगवान शंकर की प्रतिमा बही, पुल टूटने से टूटा संपर्क
 
देहरादून। उत्तराखंड में सोमवार रात से तमाम हिस्सों में जारी भारी बारिश के कारण जगह-जगह तबाही के मंजर देखने को मिले। राजधानी देहरादून के गढ़ीकैंट क्षेत्र में स्थित प्राचीन टपकेश्वर महादेव मंदिर के नजदीक बहने वाली तमसा नदी ने ऐसा रौद्र रूप दिखाया कि मंदिर की तस्वीर पूरी तरह बदल गई।
प्रदेश के हिमालय क्षेत्र पर हुई भारी बारिश और मालदेवता क्षेत्र में बादल फटने की घटना होने के बाद टपकेश्वर महादेव मंदिर के समीप से बह रही तमसा नदी पूरे उफान पर आ गई। तमसा नदी का जलस्तर लगभग 30 फीट ऊंचाई तक देखा गया। पहली बार ऐसा हुआ है, जब तमसा नदी पहाड़ से आए मलबे के साथ टपकेश्वर महादेव मंदिर की गुफा में भी चली गई। टपेश्वर महादेव मंदिर के चारों तरफ मौजूद अन्य मंदिर परिसर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। इसके साथ ही महादेव मंदिर के गुफा के अंदर का दृश्य भी चौंकाने वाला हो गया। हालांकि टपकेश्वर महादेव मंदिर के अंदर मौजूद भगवान शंकर का शिवलिंग पूरी तरह से सुरक्षित है, लेकिन चारों तरफ मलबा ही मलबा आने से स्थिति बदहाल हो गई। इतना ही नहीं, हाल ही में टपकेश्वर महादेव प्रशासन की ओर से भगवान शंकर की एक पीतल की मूर्ति भी लगाई गई थी, जो इस आपदा में बह गई। टपेश्वर महादेव मंदिर के आसपास मौजूद मंदिर में जाने के लिए बना पुराना पुल पूरी तरह से जमींदोज हो गया।

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