पूंजीपतियों और उद्योगपतियों के लिए बन चुकी है मिशन, हरिद्वार प्रेसक्लब में हुआ द्विशताब्दी समारोह

DESK THE CITY NEWS
हरिद्वार। हिन्दी पत्रकारिता के दौ सौवें वर्ष पूरे होने पर प्रेस क्लब में धूमधाम से हिंदी पत्रकारिता द्विशताब्दी समारोह का आयोजन किया गया। प्रेस क्लब सभागार में आयोजित हिंदी पत्रकारिता द्विशताब्दी समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि एनयूजे आई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी, जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि, प्रेस क्लब अध्यक्ष धर्मेन्द्र चौधरी और महामंत्री दीपक मिश्रा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि एनयूजे आई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने कहा कि पत्रकारिता एक मिशन है। देश की आजादी में अहम योगदान करने वाली पत्रकारिता आज पत्रकारिता मिशन नहीं रह गई है। वर्तमान पत्रकारिता और 1826 की पत्रकारिता में बहुत अंतर है। आज की पत्रकारिता पूंजीपतियों और उद्योगपतियों के लिए एक मिशन बन चुकी है। अधिकांश पत्रकार अल्प वेतन या बिना वेतन के काम कर रहे हैं। जिसे देखते हुए पत्रकार अपने बच्चों को पत्रकारिता क्षेत्र में नहीं लाते हैं। उन्होंने पत्रकारिता के सफर के अपने अनुभवों को भी सभी से साझा किया।
जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि नवजागरण युगीन पत्रकारिता विषय स्वतंत्रता से पूर्व का है। भारत का मूल मंत्र सत्यमेव जयते है। कहा कि ईश्वर के मानस का नाम नारद है। नारद ईश्वर के विश्वसनीय पात्र है। कहा कि पत्रकारिता पर लोगों के विश्वास को बनाए रखना हर पत्रकार की जिम्मेदारी है। पत्रकारिता एक बड़ा दायित्व है। उन्होंने प्रेस क्लब हरिद्वार के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां साहित्य की बात होती है, प्रेस क्लब नवाचार के सम्मान में भी सबसे आगे है। कहा कि पत्रकारिता का धर्म निभाना आसान नहीं है, अपने धर्म को निभाने के लिए पत्रकार को कठिन परिश्रम करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि समाज आदर्शो के अनुसरण से ही बनता है। महापुरूषों के आदर्शो को अपनाकर राष्ट्रहित में योगदान दें।
वरिष्ठ पत्रकार सुनील दत्त पांडे ने कहा कि पंडित जुगल किशोर पांडे ने 30 मई 1826 में कलकत्ता से उदन्त मार्तण्डश् के नाम से पहला हिन्दी साप्ताहिक समाचार प्रकाशित किया था। इस तरह हिंदी पत्रकारिता की शुरुआत करने वाले पंडित जुगल किशोर शुक्ल का हिंदी पत्रकारिता जगत में विशेष सम्मान है। कहा कि पैसों की तंगी की वजह से उदन्त मार्तण्ड का प्रकाशन बहुत दिनों तक नहीं हो सका और आखिरकार 4 दिसंबर 1826 को इसका प्रकाशन बंद कर दिया गया। आज का दौर बदल चुका है। पत्रकारिता में बहुत ज्यादा आर्थिक निवेश हुआ है और इसे उद्योग का दर्जा हासिल हो चुका है। हिंदी के पाठकों की संख्या बढ़ी है और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है। मुख्य वक्ता माधवराव सप्रे संग्रहालय भोपाल के संस्थापक विजयदत्त श्रीधर ने कहा कि एक संगठन के रूप में प्रेस क्लब हरिद्वार के स्तर पर पत्रकारों के लिए बीते 39 वर्ष अत्यंत सक्रिय, सार्थक और स्मरणीय है। इस दौर में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में पत्रकारों ने सजग प्रहरी की भूमिका निभाई है तो जन चेतना और समाज कल्याण के अपने दायित्व और संकल्प का भी सफलतापूर्वक निर्वाहन किया है।
प्रेस क्लब अध्यक्ष धर्मेन्द्र चौधरी ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता के 200 वर्ष की यात्रा पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पूरे वर्ष कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित जाएगी। वर्ष 1986 का महाकुंभ संपन्न होने के बाद जन चेतना के सामूहिक संकल्प के साथ हरिद्वार के पत्रकारों ने उसी वर्ष दिसंबर में भारतीय संवाद परिषद के रूप में एक ऐसे मंच की स्थापना की थी, जो आगे चलकर उत्तराखंड के प्रवेश द्वार हरिद्वार जनपद के पत्रकारों की अग्रणी संस्था प्रेस क्लब हरिद्वार में परिवर्तित हुआ।
प्रेस क्लब के पदाधिकारियों एवं पत्रकारों ने शॉल ओढ़ाकर, स्मृति चिन्ह, रुद्राक्ष की माला और गंगा जली भेंटकर अतिथीयों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक और पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष गुलशन नैय्यर, उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति दिनेशचंद शास्त्री, उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्व विद्यालय के पूर्व कुलपति डा.सुनील जोशी, भाजपा जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा, अखंड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक, वरिष्ठ भाजपा नेता डा.विशाल गर्ग, पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा संदीप गोयल, प्रमोद शर्मा, विजयपाल बघेल, जगदीश लाल पाहवा, विमल कुमार, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मुरली मनोहर, डा.राधिका नागरथ, पत्रकार रतनमणि डोभाल, विकास झा, श्रवण झा, रामचंद्र कन्नौजिया, रजनीकांत शुक्ला, पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अमित शर्मा, आदेश त्यागी, डा.रजनीकांत शुक्ला, गोपाल रावत, अविक्षित रमन, संजय आर्य, बालकृष्ण शास्त्री, राहुल वर्मा, डा.परविंदर कुमार, संजीव शर्मा, प्रतिभा वर्मा, संदीप शर्मा, रामेश्वर गौड़, त्रिलोकचंद भट्ट, संजय रावल, तनवीर अली, कोषाध्यक्ष काशीराम सैनी, मुदित अग्रवाल, नरेश दीवान शैली, ललितेंद्र नाथ, अमित गुप्ता, दीपक नौटियाल, विक्रम छाछर, नरेश गुप्ता, लव शर्मा, नवीन चौहान, सूर्यकांत बेलवाल, दयाशंकर वर्मा, शिवांग अग्रवाल, डा.मनोज सोही, पार्षद भूपेंद्र कुमार, प्रकाशचंद जोशी, केके पालीवाल, राजकुमार, प्रदीप गर्ग, मयूर सैनी, अश्वनी अरोड़ा, संजय रावल, मनोज खन्ना, कुमकुम शर्मा, निशा शर्मा, सुभाष कपिल, बृजेंद्र हर्ष, ब्रजपाल सिंह, राव रियासत पुंडीर, एमएस नवाज, गोपाल कृष्ण पटुवर, शिवप्रकाश, विकास चौहान, रूपेश वालिया, सुनील मिश्रा, सुरेंद्र कुमार शर्मा, मेहताब आलम, राधेश्याम विद्याकुल, गुरुकुल विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के डा.अजीत तोमर, भाजपा नेता लव शर्मा, कांग्रेस महानगर अध्यक्ष अमन गर्ग, स्वामी दर्शनानंद इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर अनिल गोयल आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन एनयूजे (आई) के जिला महामंत्री डा.शिवा अग्रवाल ने किया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि एनयूजे आई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने कहा कि पत्रकारिता एक मिशन है। देश की आजादी में अहम योगदान करने वाली पत्रकारिता आज पत्रकारिता मिशन नहीं रह गई है। वर्तमान पत्रकारिता और 1826 की पत्रकारिता में बहुत अंतर है। आज की पत्रकारिता पूंजीपतियों और उद्योगपतियों के लिए एक मिशन बन चुकी है। अधिकांश पत्रकार अल्प वेतन या बिना वेतन के काम कर रहे हैं। जिसे देखते हुए पत्रकार अपने बच्चों को पत्रकारिता क्षेत्र में नहीं लाते हैं। उन्होंने पत्रकारिता के सफर के अपने अनुभवों को भी सभी से साझा किया।
जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि नवजागरण युगीन पत्रकारिता विषय स्वतंत्रता से पूर्व का है। भारत का मूल मंत्र सत्यमेव जयते है। कहा कि ईश्वर के मानस का नाम नारद है। नारद ईश्वर के विश्वसनीय पात्र है। कहा कि पत्रकारिता पर लोगों के विश्वास को बनाए रखना हर पत्रकार की जिम्मेदारी है। पत्रकारिता एक बड़ा दायित्व है। उन्होंने प्रेस क्लब हरिद्वार के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां साहित्य की बात होती है, प्रेस क्लब नवाचार के सम्मान में भी सबसे आगे है। कहा कि पत्रकारिता का धर्म निभाना आसान नहीं है, अपने धर्म को निभाने के लिए पत्रकार को कठिन परिश्रम करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि समाज आदर्शो के अनुसरण से ही बनता है। महापुरूषों के आदर्शो को अपनाकर राष्ट्रहित में योगदान दें।
वरिष्ठ पत्रकार सुनील दत्त पांडे ने कहा कि पंडित जुगल किशोर पांडे ने 30 मई 1826 में कलकत्ता से उदन्त मार्तण्डश् के नाम से पहला हिन्दी साप्ताहिक समाचार प्रकाशित किया था। इस तरह हिंदी पत्रकारिता की शुरुआत करने वाले पंडित जुगल किशोर शुक्ल का हिंदी पत्रकारिता जगत में विशेष सम्मान है। कहा कि पैसों की तंगी की वजह से उदन्त मार्तण्ड का प्रकाशन बहुत दिनों तक नहीं हो सका और आखिरकार 4 दिसंबर 1826 को इसका प्रकाशन बंद कर दिया गया। आज का दौर बदल चुका है। पत्रकारिता में बहुत ज्यादा आर्थिक निवेश हुआ है और इसे उद्योग का दर्जा हासिल हो चुका है। हिंदी के पाठकों की संख्या बढ़ी है और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है। मुख्य वक्ता माधवराव सप्रे संग्रहालय भोपाल के संस्थापक विजयदत्त श्रीधर ने कहा कि एक संगठन के रूप में प्रेस क्लब हरिद्वार के स्तर पर पत्रकारों के लिए बीते 39 वर्ष अत्यंत सक्रिय, सार्थक और स्मरणीय है। इस दौर में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में पत्रकारों ने सजग प्रहरी की भूमिका निभाई है तो जन चेतना और समाज कल्याण के अपने दायित्व और संकल्प का भी सफलतापूर्वक निर्वाहन किया है।
प्रेस क्लब अध्यक्ष धर्मेन्द्र चौधरी ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता के 200 वर्ष की यात्रा पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पूरे वर्ष कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित जाएगी। वर्ष 1986 का महाकुंभ संपन्न होने के बाद जन चेतना के सामूहिक संकल्प के साथ हरिद्वार के पत्रकारों ने उसी वर्ष दिसंबर में भारतीय संवाद परिषद के रूप में एक ऐसे मंच की स्थापना की थी, जो आगे चलकर उत्तराखंड के प्रवेश द्वार हरिद्वार जनपद के पत्रकारों की अग्रणी संस्था प्रेस क्लब हरिद्वार में परिवर्तित हुआ।
प्रेस क्लब के पदाधिकारियों एवं पत्रकारों ने शॉल ओढ़ाकर, स्मृति चिन्ह, रुद्राक्ष की माला और गंगा जली भेंटकर अतिथीयों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक और पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष गुलशन नैय्यर, उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति दिनेशचंद शास्त्री, उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्व विद्यालय के पूर्व कुलपति डा.सुनील जोशी, भाजपा जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा, अखंड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक, वरिष्ठ भाजपा नेता डा.विशाल गर्ग, पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा संदीप गोयल, प्रमोद शर्मा, विजयपाल बघेल, जगदीश लाल पाहवा, विमल कुमार, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मुरली मनोहर, डा.राधिका नागरथ, पत्रकार रतनमणि डोभाल, विकास झा, श्रवण झा, रामचंद्र कन्नौजिया, रजनीकांत शुक्ला, पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अमित शर्मा, आदेश त्यागी, डा.रजनीकांत शुक्ला, गोपाल रावत, अविक्षित रमन, संजय आर्य, बालकृष्ण शास्त्री, राहुल वर्मा, डा.परविंदर कुमार, संजीव शर्मा, प्रतिभा वर्मा, संदीप शर्मा, रामेश्वर गौड़, त्रिलोकचंद भट्ट, संजय रावल, तनवीर अली, कोषाध्यक्ष काशीराम सैनी, मुदित अग्रवाल, नरेश दीवान शैली, ललितेंद्र नाथ, अमित गुप्ता, दीपक नौटियाल, विक्रम छाछर, नरेश गुप्ता, लव शर्मा, नवीन चौहान, सूर्यकांत बेलवाल, दयाशंकर वर्मा, शिवांग अग्रवाल, डा.मनोज सोही, पार्षद भूपेंद्र कुमार, प्रकाशचंद जोशी, केके पालीवाल, राजकुमार, प्रदीप गर्ग, मयूर सैनी, अश्वनी अरोड़ा, संजय रावल, मनोज खन्ना, कुमकुम शर्मा, निशा शर्मा, सुभाष कपिल, बृजेंद्र हर्ष, ब्रजपाल सिंह, राव रियासत पुंडीर, एमएस नवाज, गोपाल कृष्ण पटुवर, शिवप्रकाश, विकास चौहान, रूपेश वालिया, सुनील मिश्रा, सुरेंद्र कुमार शर्मा, मेहताब आलम, राधेश्याम विद्याकुल, गुरुकुल विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के डा.अजीत तोमर, भाजपा नेता लव शर्मा, कांग्रेस महानगर अध्यक्ष अमन गर्ग, स्वामी दर्शनानंद इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर अनिल गोयल आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन एनयूजे (आई) के जिला महामंत्री डा.शिवा अग्रवाल ने किया।