आचार व जूस के व्यापार से हरदेई देवी बनी प्रेरणा का स्रोत
DESK THE CITY NEWS
उत्तरकाशी। विकासखंड चिन्यालीसौड़ के ग्राम महर गांव की हरदेई आज उन हजारों महिला के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है जो आत्मनिर्भर का सपना साकार कर रही है। कविता स्वयं सहायता समूह की सदस्य हरदेई ग्रामोत्थान परियोजना के सहयोग से आचार एवं जूस बनने के क्षेत्र में रोजगार की शुरुआत की और आज अपने परिवार की आय के साधन की उल्लेखनीय योगदान दे रही है।
इस ग्रामोत्थान परियोजना से हरदेई को एक नई पहचान मिली है। यह आईफैड एवं केंद्र सरकार के द्वारा संचालित वित्त पोषित तथा राज्य सरकार द्वारा संचालित महत्वकांक्षी योजना है, इस परियोजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आर्थिक रुप से सशक्त बनाना रही है, हरदेई को रिप परियोजना के द्वारा 75000 की ब्याज मुक्त धनराशि प्रदान की गई और कुछ अपना अंशदान लगाकर उन्होंने फ्रिज सीलिंग मशीन और एमआरपी खरीदी इन उपकरणों ने उनके काम को पूरी तरह से बदल दिया। अब अचार को स्टैंडर्ड बोतलों में ब्रांडिंग कर बेचा जाता है, उन्होंने स्थानीय फलों जैसे बुरांस और माल्टा के बने स्क्वैश और आम व नींबू ,आंवला के अचार बेचना शुरू किया। उन्होंने हाल ही में 12,500 की बिक्री की धीरे-धीरे पहचान बढ़ने से आज हर महीने 35 से 40 हजार तक कमाई कर रही है, जो समूह की कई महिलाओं के लिए आजीविका का स्थाई साधन बन गया है।