रूस-यूक्रेन जंग के बीच आज राष्ट्रपति जो बाइडेन और पीएम मोदी की बैठक, साउथ-एशिया समेत इन मुद्दों पर होगी चर्चा 

दोनों नेताओं के बीच यह ऑनलाइन बैठक सोमवार को वाशिंगटन में भारत और अमेरिका के बीच ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता के चौथे सत्र से पहले होगी.

रूस यूक्रेन जंग, श्रीलंका में आर्थिक संकट और पाकिस्तान में सियासी उठापटक के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बैठक करेंगे. दोनों नेताओं के बीच ये बैठक वर्चुअल होगी. माना जा रहा है कि ये बैठक कल शाम 7:30 से 8 बजे के बीच हो सकती है. दोनों नेता इस दौरान मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करने के साथ ही दक्षिण एशिया, हिंद-प्रशांत के हालिया घटनाक्रम और पारस्परिक हित के वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे. विदेश मंत्रालय ने इस ऑनलाइन बैठक के बारे में घोषणा रविवार को की.

दोनों नेताओं के बीच यह ऑनलाइन बैठक सोमवार को वाशिंगटन में भारत और अमेरिका के बीच ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता के चौथे सत्र से पहले होगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ 11 अप्रैल को वाशिंगटन में इस वार्ता के चौथे सत्र के तहत बातचीत करेंगे.

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडन बैठक के दौरान मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करने के साथ ही दक्षिण एशिया, हिंद-प्रशांत के हालिया घटनाक्रम और पारस्परिक हित के वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे.’’

बयान में कहा गया है, ‘‘ऑनलाइन बैठक दोनों पक्षों को द्विपक्षीय व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के उद्देश्य से अपने नियमित और उच्च स्तरीय संपर्क को जारी रखने में सक्षम बनाएगी.’’

इस बीच वाशिंगटन से प्राप्त खबर के अनुसार व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति बाइडन हमारी सरकारों, अर्थव्यवस्थाओं और हमारे लोगों के बीच संबंधों को और गहरा करने के लिए सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ ऑनलाइन बैठक करेंगे.’’

उन्होंने कहा कि बाइडन और मोदी इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे, जिनमें कोविड-19 महामारी को समाप्त करना, जलवायु संकट का मुकाबला करना, वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और सुरक्षा को मजबूत करने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा, लोकतंत्र और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाये रखना शामिल हैं.

साकी ने कहा कि दोनों नेता हिंद-प्रशांत आर्थिक ढांचे के विकास और उच्च गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे के बारे में जारी बातचीत को आगे बढ़ाएंगे. उन्होंने कहा, ‘‘दोनों पक्ष यूक्रेन के खिलाफ रूस के क्रूर युद्ध के परिणामों और ऊर्जा एवं खाद्य सामग्री की बढ़ती कीमतों जैसे मुद्दों से निपटने के लिए करीबी समन्वय जारी रखेंगे.’’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *