इस राज्य आंदोेलनकारी के नाम से होगी ये सड़कः राज्य निर्माण आंदोलन में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका

Haridwar:भगत सिंह चौक से भभूतावाला बाग की सड़क का नामकरण राज्य निर्माण आंदोलनकारी स्व़.जेपी पांडे के नाम पर किया जायेंगा। इस उद्घाटन समारोह में चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक और पूर्व मंत्री धीरेंद्र प्रताप भाग लेंगे। यह समारोह आगामी 10नवंबर को उनकी चौथी पुण्यतिथि पर किया जायेंगा।
इस संबंध में धीरेंद्र प्रताप ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 4 वर्षों में लगातार प्रयासों के बाद अब इस सड़क का नामकरण जेपी पांडे के नाम से किया जाएगा । हरिद्वार नगर पालिका ने एक प्रस्ताव पारित करके इस सड़क के नामकरण की घोषणा की थी। उन्होंने उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यही नहीं उन्होंने हरिद्वार और उत्तराखंड की अनेक समस्याओं को लेकर आजीवन आंदोलन किया और अब से 4 वर्ष पूर्व 10 नवंबर को हरिद्वार में सड़क दुर्घटना में उनके निधन से पूर्व में लगातार जनकल्याण के कार्यक्रमों में सक्रिय रहे।
धीरेंद्र प्रताप ने बताया कि इस कार्यक्रम में उनके अलावा हरिद्वार की मेयर अनीता शर्मा, पूर्व मेयर सतपाल ब्रह्मचारी, पूर्व मंत्री ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी, कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय पालीवाल, चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय प्रवक्ता विजय भंडारी, हरिद्वार नगर समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र सैनी और स्व. जेपी पांडे की धर्मपत्नी व समिति की केंद्रीय संरक्षक कमला पांडे एवं अनेक राज्य आनदोलनकारी, सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिक दलों के नेता भाग लेंगे।उन्होंने राज्य स्थापना दिवस पर सरकारी कार्यक्रमों के अलावा संगठन की ओर से कार्यक्रमों आयोजित किये जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने इस बात पर दुख जताया कि राज्य आंदोलनकारी के क्षैतिज आरक्षण और गैरसेण को लेकर जो आक्रोश है उसकी वजह से समिति की गैरसेण जिला इकाई के अध्यक्ष हरेंद्र कंडारी और हल्द्वानी जनपद की शाखा के अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट ने सरकारी कार्यक्रमों के बहिष्कार करने और इस मौके पर अलग कार्यक्रम और सत्याग्रह का ऐलान किया है।
इस बीच समिति के केंद्रीय अध्यक्ष हरि कृष्ण भट्ट अभियान समिति के केंद्रीय अध्यक्ष अवतार सिंह रावत, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. विजेंद्र पोखरियाल, पूर्व राज्य मंत्री सरिता नेगी, अनिल जोशी, केंद्रीय प्रवक्ता बाल गोविंद डोभाल, विजय भंडारी, मीडिया सेल के अध्यक्ष नवीन जोशी, गंगा बोरा, महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष सावित्री नेगी, ने संयुक्त बयान जारी करके राज्य आंदोलनकारी की पेंशन 15000 किए जाने गैरसरण को स्थाई राजधानी घोषित किए जाने की मांग की। साथ ही आरक्षण के लिए तत्काल विधानसभा का आपातकालीन सत्र बुलाए जाने लोकायुक्त प्रणाली को लागू किए जाने और किराने की और अंकित भंडारी के हत्यारे को सजा दिलाए जाने और जंगली जानवरों शेर गुलदार हाथी बंदरों बालों द्वारा निर्दाेष नागरिकों की विभिन्न स्थानों पर हो रही हत्याओं पर रोक लगाई जाने हेतु राज्य सरकार से युद्ध स्तर पर कदम उठाए जाने की मांग की है।

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