जल प्रलय: देहरादून-मसूरी मार्ग 18 जगहों पर क्षतिग्रस्त, यातायात प्रभावित

देहरादून। उत्तराखंड की पर्यटन नगरी मसूरी में सोमवार देर रात हुई मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई। बारिश के कारण बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ है, जिससे मसूरी-देहरादून मार्ग लगभग 18 स्थानों पर बाधित हो गया है। शिव मंदिर से ऊपर का पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे किसी भी प्रकार के वाहन की आवाजाही अब असंभव हो गई है। मसूरी आने-जाने के सभी रास्ते या तो टूट गए हैं या मलबे से पट गए हैं।
मसूरी पुलिस और पालिका प्रशासन द्वारा पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों को बार-बार माइक से घोषणा कर सतर्क किया जा रहा है कि वे फिलहाल देहरादून की ओर ना जाएं। कोठाल गेट पर पुलिस ने सभी वाहनों को रोका हुआ है। मसूरी देहरादून रोड पर 18 से अधिक स्थानों पर भारी मलबा आया है, जिसमें कई जगह सड़कें धंस गई हैं। कुछ स्थानों पर पेड़ गिरने और बिजली के खंभे टूटने से खतरा और बढ़ गया है।
पुल टूटा, रेस्टोरेंट ढहे, दरारें पड़ी
पानीवाले बैंड के पास हुए भूस्खलन से कई दुकानों और रेस्टोरेंट पर कहर टूटा है। रेस्टोरेंट में गहरी दरारें आ गई हैं, जिससे उसे तत्काल खाली करवाया गया। कोलुखेत के नीचे का पूरा रोड भूस्खलन के कारण बंद हो गया है, जिसमें एक और रेस्टोरेंट इसकी चपेट में आ गया। झाड़पानी मार्ग पर भी भारी भूस्खलन हुआ है, जहां कई मकान खतरे की जद में आ गा हैं और रोड में बड़ी दरारें पड़ गई हैं।
बोले एसडीएम
एसडीएम मसूरी राहुल आनंद ने बताया कि, मसूरी-देहरादून रोड पर भारी नुकसान हुआ है। कई स्थानों पर सड़कें टूट गई हैं, जिससे वाहनों की आवाजाही फिलहाल असंभव है। उन्होंने कहा कि हालात को सामान्य करने में समय लगेगा, लेकिन प्रशासन सभी जरूरी उपाय कर रहा है।
बोली पालिका अध्यक्ष
पालिका अध्यक्ष मीरा सकलानी भी झाड़पानी क्षेत्र पहुंचीं और पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि देर रात कोलुखेत के पास हुए भूस्खलन में दो नेपाली मजदूर मलबे में दब गए, जिनमें से एक की मौत हो गई है। इसके अलावा मकरेती गांव में एक घर पर मलबा गिरने से दो अन्य लोगों की मौत हुई है।