ग्रामीण कर रहे बीस वर्षों से पुल का इंतजार

उत्तरकाशी। टिहरी बांध बनने के बाद छाम-तरसौड़ का ऐतिहासिक पुल जलमग्न हो गया, जिससे बल्डोगी-कुमंराडा और आसपास के दर्जनों गांवों की जनता बीस वर्षों से नए पुल की प्रतीक्षा कर रही है। पुल बनने से क्षेत्र के गांवों के लोग आसानी से जुड़ते थे, लेकिन अक्टूबर 2005 में टिहरी झील भराव के कारण यह पुल डूब गया।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि झील के पानी के बढ़ने से उन्हें रात-दिन असुविधा का सामना करना पड़ता है। कई बार उन्होंने टिहरी प्रशासन और सरकार से नए पुल के निर्माण की मांग की, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों की मांग है कि इस पुल का निर्माण तत्काल किया जाए, जिससे उनके जीवन और आवागमन में होने वाली कठिनाइयाँ दूर हो सकें।