बच्चों में छिपी होती है अनेक प्रतिभाएं, सिर्फ जरूरत हैं उन्हें प्रोत्साहित करने की: गीता धामी

मातृ आंचल कन्या विद्यापीठ के वार्षिकोत्सव में बिखरे भारतीय संस्कृति के रंग

हरिद्वार। बच्चे ईश्वर की सबसे सुंदर रचना होते हैं। हर बच्चे के भीतर कोई न कोई अनोखी प्रतिभा छुपी होती है, कोई चित्रकारी में माहिर होता है, कोई संगीत में, कोई गणित में तेज होता है, तो कोई खेलकूद में। बस ज़रूरत होती है, उस प्रतिभा को पहचानने, संवारने और सही दिशा में प्रोत्साहित करने की। यह बात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की धर्मपत्नी गीता धामी ने मातृ आंचल कन्या विद्यापीठ के वार्षिकोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में कही।विगत 24 वर्षों से निराश्रित बालिकाओं के जीवन को संवारने में जुटी मातृ आंचल कन्या विद्यापीठ संस्था का 24वां वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया। वार्षिकोत्सव का शुभारंभ मुख्य अतिथि गीता धामी, मुख्य सचिव की धर्मपत्नी अनुराधा सुधांशु, विधायक आदेश चौहान, मेयर किरण जैसल सहित संस्थापिका साध्वी कमलेश भारती ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
इस मौके पर विधायक आदेश चौहान ने कहा कि हम अक्सर बच्चों की तुलना दूसरों से करते हैं और चाहते हैं कि वे हर क्षेत्र में श्रेष्ठ हों। लेकिन हमें यह समझना चाहिए कि हर बच्चा अलग होता है, उसकी रुचियाँ, क्षमताएँ और सोचने का तरीका भी भिन्न होता है। टॉमस एडिसन, अल्बर्ट आइंस्टीन, सचिन तेंदुलकर, लता मंगेशकर, या कल्पना चावला कृ ये सभी अपने-अपने क्षेत्रों में महान बने, क्योंकि उनकी प्रतिभा को पहचाना गया और उन्हें प्रोत्साहित किया गया।
मुख्य सचिव की धर्मपत्नी अनुराधा सुधांधु ने कहा कि हमें बच्चों को ऐसा माहौल देना चाहिए जहाँ वे बिना डर के अपनी रचनात्मकता और सोच को अभिव्यक्त कर सकें। सिर्फ किताबी ज्ञान ही नहीं, बल्कि भावनात्मक और सामाजिक विकास भी उतना ही जरूरी है। मेयर किरण जैसल ने कहा कि समाज, शिक्षक और अभिभावकों का यह दायित्व है कि वे बच्चों को अवसर दें, उन्हें सुनें, समझें और प्रोत्साहित करें। जब हम बच्चों पर विश्वास करते हैं, तो वे चमत्कार कर सकते हैं। इस मौके पर ट्रस्टी केएल नटराज, ममता अग्रवाल, आशीष मेहता, आशु चौधरी, सीमा नायक, भाजपा जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा सहित अन्य मौजूद थे।

प्रस्तुतियों से बिखेरे भारतीय संस्कृति के रंग

इस दौरान विद्यापीठ की बालिकाओं ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर भारतीय संस्कृति के रंग बिखेरे। इसके साथ ही देशभक्ति गीतों पर प्रस्तुति देकर वीर सैनिकों को नमन किया। इस दौरान गीता धामी ने जहां विद्यापीठ परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया, वहीं विद्यापीठ की बालिकाओं द्वारा तैयार किए गए वस्त्रों सहित अन्य वस्तुओं का अवलोकन कर साधुवाद दिया।

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