पश्चिमी बंगाल, गुजरात के होनहारों ने देहरादून में आकर खोला फ्रॉड करने का सेंटर, हवाला के लिए यूएसए व कनाड़ा के लोगों से कर रहे थे ठगी

बेणीराम उनियाल, उत्तराखंड प्रहरी देहरादून
— अन्तर्राज्जीय साइबर फ्राड गिरोह का दून पुलिस ने किया भंडाफोड़, सामने आया गिरोह का अन्तर्राष्ट्रीय कनेक्शन
— अवैध रूप से कॉल सेन्टर संचालित कर लोगों से धोखाधडी करने वाले 08 अभियुक्तो को पुलिस ने किया गिरफ्तार, गिरोह के सभी अभियुक्त महाराष्ट्र, पश्चिमी बंगाल, गुजरात व बिहार के हैं रहने वाले
— संगठित अपराध करने वाले अपराधियों के विरुद्ध पहली बार भारतीय न्याय संहिता की धारा 111 का अभियोग पंजीकृत
— आरोपी द्वारा स्वयं को इंटरनेशनल एंटी हैकिंग डिपार्टमेंट का वरिष्ठ अधिकारी बताकर यूएसए तथा कनाडा के नागरिको के साथ किया जा रहा था स्कैम
— यूएसए में बैठी दूसरी टीम द्वारा किया जा रहा था पॉप अप मैसेज रन, लोगो से ऑनलाइन स्कैम कर कॉल सेन्टर संचालको को हवाला के माध्यम से भेजी जाती थी पेमंट
— मौके से पुलिस टीम को 81 लैपटॉप, 42 मोबाइल फोन, 29 डेस्कटॉप, 05 वाई-फाई राऊटर व अन्य उपकरण हुए बरामद
देहरादून। देहरादून पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि अन्तर्राज्जीय साइबर फ्राड गिरोह को रंगेहाथ पकड़ा है। अवैध रूप से कॉल सेन्टर संचालित कर लोगों से धोखाधडी करने वाले 08 अभियुक्तो को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरोह के सभी अभियुक्त महाराष्ट्र, पश्चिमी बंगाल, गुजरात व बिहार के रहने वाले हैं। आरोपी द्वारा स्वयं को इंटरनेशनल एंटी हैकिंग डिपार्टमेंट का वरिष्ठ अधिकारी बताकर यूएसए तथा कनाडा के नागरिकों के साथ किया स्कैम किया जा रहा था। लोगो को उनका सिस्टम हैक होने की जानकारी देकर उसे ठीक करने के एवज में पॉप अप मैसेज भेज कर सिस्टमों का एक्सेस लिया जाता था। यूएसए में बैठी दूसरी टीम द्वारा पॉप अप मैसेज रन भेजकर लोगो से ऑनलाइन स्कैम कर कॉल सेन्टर संचालको को हवाला के माध्यम से धनराशि भेजी जाती थी। पुलिस ने 81 लैपटॉप, 42 मोबाइल फोन, 29 डेस्कटॉप, 05 वाई-फाई राऊटर व अन्य उपकरण बरामद किए है। संगठित अपराध करने वाले अपराधियों के विरुद्ध पहली बार भारतीय न्याय संहिता की धारा 111 का अभियोग पंजीकृत हुआ है।
देहरादून के एसएसपी अजय सिंह को गोपनीय माध्यम से राजपुर क्षेत्र आईटी पार्क के पास स्थित सायनोटेक बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में अवैध इंटरनेशनल कॉल सेंटर के संचालित होने तथा उक्त कॉल सेंटर के माध्यम से विदेशी लोगों को कॉल कर उनसे ठगी किए जाने की सूचना प्राप्त हुई थी। एसएसपी ने एसपी सिटी और सीओ मसूरी के नेतृत्व में 02 अलग-अलग पुलिस टीमें गठित कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
गठित टीम ने बुधवार की रात को राजपुर क्षेत्रान्तर्गत आईटी पार्क में उक्त अवैध कॉल सेन्टर (ग्लोबल टेक एनर्जी सॉल्यूशन) पर दबिश दी गई तो मौके पर एक बडे हॉल मे लगभग 100 केबिन का एक कॉल सेन्टर का संचालन किया जा रहा था। जहां पर अलग-अलग कैबिनो में बैठे युवक/युवतियो द्वारा सिस्टमो के माध्यम से कॉले अटैण्ड की जा रही थी, जोकि स्वंय को इंटरनेशनल एंटी हैकिंग डिपार्टमेंट का प्रतिनिधि बताकर लोगो से उनके कम्पयूटर सिस्टम से हैकिंग हटाने के नाम पर उनके बैंक खातो की जानकारी प्राप्त कर रहे थे। मौके पर पुलिस द्वारा उक्त कॉल सेन्टर संचालित कर रहे 08 लोगो को हिरासत में लिया। जिनसे पूछताछ में उनके द्वारा अपना नाम 1- मीहिर आश्विन भाई पटेल पुत्र आश्विन भाई पटेल, 2-ललित उर्फ रोडी पुत्र अशोक कुमार, 3-आमीर सुहेल पुत्र अब्दुल वाहब, 4- मनोज मीरपुरी पुत्र चन्दू, 5- अंकित सिंह पुत्र अशोक कुमार सिंह, 6-कौशिक जाना पुत्र विकास जाना, 7-शिवम दुबे पुत्र अश्विन कुमार दुबे, 8- गोस्वामी हेत भारती पुत्र राजेश भाई बताया।
पूछताछ में मुख्य अभियुक्त मिहिर अश्वनी भाई व ललित उर्फ रोडी द्वारा बताया कि उनके द्वारा उक्त फर्जी कॉल सेन्टर संचालित किया जा रहा है, जिसमें वे लोग यूएसए व कनाडा के लोगों को टारगेट करते है। उनके द्वारा लोगों से सम्पर्क कर स्वयं को इंटरनेशनल एन्टी हैकिंग एजेंसी का अधिकारी बताकर उनके कम्प्यूटर सिस्टम के हैक होने तथा किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा उसका एक्सेस प्राप्त कर इस्तेमाल किए जाने की जानकारी दी जाती है। उसे ठीक करने के लिए उन्हें पॉप अप मैसेज के माध्यम से उनके सिस्टमों का एक्सेस प्राप्त किया जाता है। उनके सिस्टमों का कन्ट्रोल लेकर उनके बैक खाते से एंटी हैकिग सर्विस के नाम पर स्कैम किया जाता है। उक्त पॉप अप मैसेजो को उनकी एक अन्य टीम, जो यूएसए में है, के द्वारा भेजा जाता है तथा उक्त टीम द्वारा ही पॉप अप कैम्पेन को रन करते हुए पैसो के लेन-देन का हिसाब रखा जाता है। धोखाधड़ी से FITH THIRD BANK के माध्यम से पैसों का लेन देन कर प्राप्त पैसो को हवाला के माध्यम से उन तक पहुंचाया जाता है। भेजे गए पॉप अप मैसेजो के दिए नम्बर से ग्राहक हमसे सम्पर्क करते हैं। लोगो के सिस्टमों का रिमार्ट एक्सेस लेने के लिए अभियुक्त QUICK ASSIST, LOGMEIN, GO SHARE, TINY URL आनलाईन एप्लीकेशन का इस्तेमाल करते हैं। काल रिसिव करने के लिए EYEBEAM, ASIA ONE जैसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हैं, साथ ही आउट बाउन्ड काल करने के लिए 2 LINE, TALK TONE जैसे आनलाईन एप्प का इस्तेमाल किया जाता है। मौके पर पुलिस टीम द्वारा केबिनों में लगे लैपटॉप तथा डैस्कटॉप को चैक करने पर उनकी स्क्रीन पर EYEBENM एप्प का उपयोग किया जाना तथा मिसड/l डाइल कॉलों में विदेशी नम्बरों का होना पाया गया। साथ ही कुछ लेपटॉपो पर अलग-अलग एप्लीकेशन के माध्यम से पैसो के लेने देने से सम्बन्धित विवरण प्राप्त हुए। मौके पर पुलिस टीम द्वारा सभी उपकरणो को सील करते हुए कॉल सेन्टर संचालित करने वाले सभी 08 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।
ये आरोपियों के नाम एवं पता
1- मिहिर अश्वनी भाई पटेल पुत्र अश्वनी भाई पटेल निवासी हीराबाड़ी रोड नवद्वीप अहमदाबाद गुजरात हाल निवासी पेसिफिक गोल्फ स्टेट थाना राजपुर देहरादून उम्र 38 वर्ष।
2- ललित उर्फ रोड़ी पुत्र अशोक कुमार निवासी चिंतन फ्लैट सहजपुर भोगा थाना सहजपुर अहमदाबाद गुजरात उम्र 40 वर्ष।
3- आमिर सोहेल पुत्र अब्दुल वहाब निवासी बीएल नं0-15 जगतदल कानकीनारा कोलकाता वेस्ट बंगाल उम्र 28 वर्ष।
4-मनोज मीरपुरी पुत्र चंदू निवासी मकान संख्या 004 मोनिक सिद्धार्थ अपार्टमेंट एमटीएनएल शांति पार्क मीरा रोड पुणे महाराष्ट्र उम्र 32 वर्ष।
5-अंकित सिंह पुत्र अशोक कुमार निवासी सिरसा पोस्ट सराय बक्सर बिहार उम्र 30 वर्ष।
6-कौशिक जाना पुत्र विकास जाना निवासी चेक चौपत सीताला टोला अयोध्या पश्चिम मेदिनीपुर वेस्ट बंगाल उम्र 34 वर्ष।
7-शिवम दवे पुत्र अश्वनी कुमार दवे निवासी बी- 307 बालेश्वर सिल्वर लाइन हाथीजन अहमदाबाद गुजरात उम्र 24 वर्ष।
8- गोस्वामी हेत भारती पुत्र राजेश भाई निवासी 101 ब्लॉक ए प्लॉट विस्तार भावनगर गुजरात उम्र 30 वर्ष
आरोपियों से बरामदगी—
लैपटॉप – 81, मोबाइल फोन- 42, लैपटॉप चार्जर-106, माउस-126, डेस्कटॉप-29, हेडफोन-100, कीबोर्ड-32, सीपीयू-26, वाई-फाई राऊटर -05, महिंद्रा थार वाहन संख्या यूके-07 एफआर 2833 बरामद किया।
पुलिस टीम में इनका रहा सहयोग
सीओ मसूरी अनुज कुमार, राजपुर थानाध्यक्ष पीडी भट्ट, एसएसआई सुमेर सिंह, एसआई शोएब अली चौकी प्रभारी आईटी पार्क, संदीप कुमार चौकी प्रभारी कुठाल गेट, प्रवेश रावत, रश्मि रानी, मदन सिंह, हेड कांस्टेबल प्रदीप, कांस्टेबल दिनेश सिंह, रविंद्र, नीरज, सत्येंद्र, प्रशांत, अमित, महावीर सिंह का सहयोग रहा।

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