पुलिस को मिली बड़ी सफलता, आश मोहम्मद हत्याकांड का मुख्य वांछित हत्यारोपी गिरफ्तार

हरिद्वार। कोतवाली गंगनहर क्षेत्र में हुए आश मोहम्मद हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए मुख्य वांछित हत्यारोपी इंतजार उर्फ अस्तग को गिरफ्तार कर लिया है। प्रेम संबंधों के विवाद में रची गई इस साजिश में आरोपी ने अपने भाई के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी को पुलिस ने रेलवे स्टेशन रूड़की क्षेत्र से दबोचा। उसके पास से वारदात में इस्तेमाल मोबाइल भी बरामद हुआ है।
मृतक आश मोहम्मद के पिता मोहम्मद इसरार ने कोतवाली गंगनहर में दी तहरीर में बताया कि उनका पुत्र 26 अक्टूबर 2025 की शाम घर से बाहर निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। परिजनों की तलाश के बाद जानकारी मिली कि अस्तग नाम के युवक ने आश को फोन कर बुलाया था और अपने भाई की मदद से उसकी हत्या कर शव गन्ने के खेत में फेंक दिया गया। पुलिस ने मामले में मु0अ0स0 537/2025 धारा 103(1) ठछै में मुकदमा दर्ज किया। कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने लगातार प्रयासों के बाद आरोपी इंतजार उर्फ अस्तग को गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में आरोपी ने किया खुलासा
पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसकी शादी एक लड़की से तय हुई थी, लेकिन उसे शक था कि उसकी मंगेतर का किसी युवक आश मोहम्मद से संबंध था। इसी रंजिश में उसने आश की हत्या की साजिश रची। आरोपी ने इंस्टाग्राम के जरिए मृतक को संपर्क कर रात के समय मिलने के लिए बुलाया। पहले दोनों ने साथ बैठकर नशा किया, जिसके बाद बहसबाजी के दौरान आरोपी ने चाकू से वार किया और अपने भाई को बुलाकर गला घोंटकर हत्या कर दी। बाद में शव को गन्ने के खेत में छिपाकर फरार हो गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। वहीं मामले में फरार चल रहे उसके भाई की तलाश भी तेज कर दी गई है।
पुलिस टीम में ये रहे शामिल
प्रभारी निरीक्षक मनोहर भंडारी, वरिष्ठ उप निरीक्षक दीप कुमार, उप निरीक्षक प्रवीण बिष्ट, अपर उप निरीक्षक मनीष कवि, हेड कांस्टेबल संदीप, हेड कांस्टेबल अलियास, कांस्टेबल रणवीर, कांस्टेबल अजय, कांस्टेबल प्रभाकर, कांस्टेबल चालक लाल सिंह व सीआईयू प्रभारी अपनी टीम सहित सक्रिय भूमिका में रहे।