मानव-वन्यजीव संघर्ष पर सरकार सख्त, वन विभाग को हाई अलर्ट रहने के निर्देश
देहरादून। प्रदेश के विभिन्न पर्वतीय क्षेत्रों में भालू और गुलदार द्वारा मानवदृवन्यजीव संघर्ष की बढ़ती घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार ने वन विभाग को तत्काल प्रभाव से हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में पिछले दिनों पौड़ी, चमोली एवं आसपास के क्षेत्रों में हुए कई हमलों पर चिंता व्यक्त करते हुए विभाग को त्वरित कार्रवाई के लिए कहा गया है।
इसी क्रम में शुक्रवार को मुख्य वन संरक्षक और प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव) की अध्यक्षता में सभी प्रभावित क्षेत्रों के वन अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में बढ़ती घटनाओं पर विस्तृत चर्चा करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए गए कि ग्रामीणों की सुरक्षा सर्वाेच्च प्राथमिकता है और किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सभी प्रभावित इलाकों में रात्रि गश्त बढ़ाई जाए। भालू और गुलदार की मूवमेंट मॉनिटरिंग तेज की जाए। क्षेत्र में उपलब्ध संसाधनों ड्रोन, सर्च लाइट्स, यूनिट्स, केमरा ट्रैप एवं ट्रैंक्विलाइज़र का प्रभावी उपयोग किया जाए। घटनाओं पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए पीड़ित परिवारों को तत्काल राहत एवं मुआवजा प्रदान किया जाए। ग्राम स्तर पर जनजागरूकता अभियान चलाते हुए ग्रामीणों को सुरक्षा उपायों की जानकारी दी जाए।
मुख्य वन संरक्षक ने यह भी निर्देश दिए कि यदि किसी क्षेत्र में मानवदृवन्यजीव संघर्ष की सूचना मिलती है तो संबंधित अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचें और पीड़ित परिवार से मिलकर उचित सहायता सुनिश्चित करें। गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों का तत्काल उपचार कराया जाए।