संपत्ति विवाद में संतों ने जताया जान का खतरा, सीबीआई जांच की मांग

हरिद्वार। उदासीन भेष संरक्षक समिति (रजि.) उत्तराखंड, भारत के महासचिव महामंडलेश्वर स्वामी शिवानंद महाराज ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि श्री पंचायती बड़ा अखाड़ा के कुछ संत उन्हें अपमानित करने, झूठे मुकदमों में फंसाने और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। उन्होंने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से की है।
स्वामी शिवानंद महाराज ने बताया कि मुनि मंडल आश्रम का संरक्षक नियुक्त किए जाने के बाद से अखाड़े के कुछ संत उनसे रंजिश रखने लगे हैं। उन्होंने कहा कि पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी आनंद राघव और कोठारी मंदाकिनी को भी जान का खतरा है। कनखल स्थित मुनि मंडल आश्रम में पत्रकारों से वार्ता करते हुए स्वामी शिवानंद ने कहा कि अखाड़े के संत मनमानी पर उतर आए हैं और आश्रम की निजी संपत्ति पर कब्जे की नीयत रखे हुए हैं। ऐसे में भविष्य में किसी भी अनहोनी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने दावा किया कि इन लोगों ने गोली मारने तक की धमकी दी और तब से आश्रम पर कब्जे की कोशिशें जारी हैं। इस मौके पर जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज ने कहा कि संतों के भेष में कुछ लोग आश्रमों पर कब्जा करने में लगे हुए हैं। पत्रकार वार्ता के दौरान कोठारी मंदाकिनी मुनि, धीरेन्द्र स्वरूप, विवेक स्वरूप और देव प्रकाश भी मौजूद रहे।