वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम की समीक्षा, सीमांत गांवों के विकास को मिलेगी रफ्तार
चमोली/श्रीनगर गढ़वाल। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी की अध्यक्षता में विकास भवन कार्यालय में वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में सीमांत गांवों के विकास को लेकर आर्मी, आईटीबीपी और संबंधित विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए।
सीडीओ ने कहा कि सीमांत क्षेत्रों के विकास कार्यों की समयबद्ध प्रगति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने विभागवार विकास कार्यों को दर्ज करने के लिए एक जॉइंट कैलेंडर तैयार करने के निर्देश दिए, जिससे कार्यों में तेजी आए और दोहराव की समस्या न हो। परियोजना निदेशक आनंद सिंह भाकुनी ने बताया कि जनपद में 14 गांवों में वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत कार्य चल रहे हैं। इस योजना का उद्देश्य सीमांत गांवों में बुनियादी सुविधाओं का विस्तार करना, स्थानीय लोगों के लिए रोजगार सृजन करना और जीवन स्तर में सुधार लाना है। इसके साथ ही स्थानीय संस्कृति, हस्तशिल्प और पर्यटन को भी बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि गांव आत्मनिर्भर बनें और पलायन की समस्या को रोका जा सके। बैठक में जिला विकास अधिकारी के.के. पंत, जिला पर्यटन अधिकारी अरविंद गौड़ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।