आपदा से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों के पुर्ननिर्माण कार्य तेजी से किए जाएं पूरे

DESK THE CITY NEWS
उत्तरकाशी। मंगलवार को अपर जिलाधिकारी मुक्ता मिश्र की अध्यक्षता में आपदा से क्षतिग्रस्त संपत्तियों के पुनर्निर्माण एवं आपदा न्यूनीकरण निधि के अंतर्गत राज्य आपदा मोचन निधि, आपदा न्यूनीकरण, नॉन एसडीआरएफ से प्राप्त होने वाले प्रस्तावों के परिरक्षण हेतु गठित मूल्यांकन समिति की बैठक जिला कलेक्ट्रेट के एनआईसी कक्ष में संपन्न हुई।
अपर जिलाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि वे प्रस्तुत प्रस्तावों में उच्च गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित करें तथा पुनर्निर्माण कार्य तेजी से और प्रभावी ढंग से पूरे किए जाएं, ताकि प्रभावित आबादी को जल्द से जल्द राहत मिल सके। इसके अतिरिक्त भविष्य में आपदा के प्रभावों को कम करने के लिए दीर्घकालिक और स्थायी रणनीतियों पर कार्य करने के निर्देश दिये। मूल्यांकन समिति द्वारा स्वीकृत प्रस्तावों को जल्द ही अंतिम अनुमोदन के लिए उच्चतर स्तर को प्रस्तुत करने को कहा तथा यह पहल राज्य में आपदा प्रबंधन क्षमताओं को मजबूत करने और आपदा प्रभावित समुदायों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बैठक के दौरान अधिशासी अभियंता विकास प्राधिकरण विनीत रस्तोगी, अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड उत्तरकाशी सचिन सिंघल, सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी मुनेंद्र राजपूत, डीडीएमओ शार्दूल गुसाई सहित अनेक अधिकारीगण उपस्थित रहे तथा अनेक अधिकारीगण वीसी के माध्यम से जुड़े।
अपर जिलाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि वे प्रस्तुत प्रस्तावों में उच्च गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित करें तथा पुनर्निर्माण कार्य तेजी से और प्रभावी ढंग से पूरे किए जाएं, ताकि प्रभावित आबादी को जल्द से जल्द राहत मिल सके। इसके अतिरिक्त भविष्य में आपदा के प्रभावों को कम करने के लिए दीर्घकालिक और स्थायी रणनीतियों पर कार्य करने के निर्देश दिये। मूल्यांकन समिति द्वारा स्वीकृत प्रस्तावों को जल्द ही अंतिम अनुमोदन के लिए उच्चतर स्तर को प्रस्तुत करने को कहा तथा यह पहल राज्य में आपदा प्रबंधन क्षमताओं को मजबूत करने और आपदा प्रभावित समुदायों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बैठक के दौरान अधिशासी अभियंता विकास प्राधिकरण विनीत रस्तोगी, अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड उत्तरकाशी सचिन सिंघल, सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी मुनेंद्र राजपूत, डीडीएमओ शार्दूल गुसाई सहित अनेक अधिकारीगण उपस्थित रहे तथा अनेक अधिकारीगण वीसी के माध्यम से जुड़े।