स्थानीय पार्षद की मेहनत लाई रंग, दो दिन बाद जलापूर्ति हुई सुचारू
DESK THE CITY NEWS
हरिद्वार। पेयजल किल्लत से शहरवासियों को राहत नहीं मिल पाई है। अनियोजित विकास कार्य के चलते कभी पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो रही है तो कभी अन्य कारणों से पेयजल आपूर्ति बाधित हो रही है। उत्तरी हरिद्वार में समस्या ज्यादा है। रामगढ़, हिल बाईपास सहित सूखी नदी के आसपास की कॉलोनियों में बीते दो दिन से जलापूर्ति बाधित रही। ऐसे में क्षेत्र की बड़ी आबादी बूंद-बूंद पानी को तरस रही है।
रविवार की सुबह कुष्णा गली स्थित पेयजल पंप खराब हो गया था। जिसे कर्मचारियों द्वारा बदलने का कार्य शुरू किया गया। लेकिन, तकनीकी खराबी होने के कारण पंप ठीक नहीं हो सका। ऐसे में रविवार को दिनभर पानी नहीं आया। लोगों को उम्मीद थी कि सोमवार की सुबह पानी आ जाएगा। लेकिन भीषण गर्मी में लोगों के हाथ मायूसी ही लगी। दिनभर स्थानीय पार्षद अनिल वशिष्ठ कर्मचारियों के साथ पंप को ठीक कराने में जुटे रहे और सोमवार देरशाम उनकी मेहनत रंग लाई, जिसके बाद देरशाम पानी की आपूर्ति सुचारू हो सकी।
स्थानीय निवासी सोनू गिरि, बाला देवी, तरूण शर्मा आदि का कहना है कि रविवार को सुबह करीब एक घंटे के लिए पानी आया। इसके बाद पूरे दिन पानी नहीं आया। सोमवार को भी पानी नहीं आया। इससे घरेलू कामकाज में दिक्कतें आई।
टैंकर से हुई आपूर्ति
पेयजल संकट गहराने के कारण स्थानीय पार्षद अनिल वशिष्ठ की ओर से रामगढ़ सहित हिल बाईपास क्षेत्र में टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति कराई गई। दिनभर पांच से सात टैंकरों से जलापूर्ति होने से लोगों को कुछ हद तक राहत मिली।