बदमाशों की सही लोकेशन मिलने पर दरोगाओं के फोन हुए स्विच ऑफ, ज्वेलर्स हत्याकांड में तीन चौकी प्रभारी सहित 6 दरोगा लाइन हाजिर, अब मिला ये काम

ज्वेलर्स लूट और हत्याकांड में दरोगाओं की घोर लापरवाही सामने आई। हत्याकांड को अंजाम देने वाले बदमाशों की लोकेशन सही मिलने पर दबिश देने के बजाय पुलिसकर्मियों ने अपने फोन बंद कर लिए। बाद में एक बदमाश को मार गिराया, लेकिन लापरवाही पर कमिश्नर ने तीन चौकी प्रभारियों समेत 6 दरोगाओं को लाइन हाजिर किया है।
आगरा के सिकंदर में क्षेत्र में ज्वेलर्स हत्याकांड में पुलिस टीम ने बदमाश अमन को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। पुलिस आयुक्त ने इस पूरे मामले की समीक्षा की। इस दौरान लापरवाही करने वाले तीन चौकी प्रभारी सहित 6 दरोगा लाइन हाजिर कर दिए गए हैं।
आगरा के सिकंदरा के कारगिल चौराहे पर बालाजी ज्वेलर्स के यहां लूट और सराफ की हत्या के सनसनीखेज मामले में बदमाशों की खोजबीन में लगाई गईं टीमों में शामिल कई पुलिसकर्मियों ने काम ही नहीं किया। पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने समीक्षा की तो लापरवाही सामने आई। इस पर सिकंदरा और न्यू आगरा थाने में तैनात छह दरोगाओं को लाइन हाजिर किया गया है। सिटी सर्किल के कई थानेदारों पर भी लापरवाही में गाज गिर सकती है।
सिकंदरा के कारगिल चौराहे पर 2 मई को बालाजी ज्वेलर्स के यहां लूट और कारोबारी योगेश चौधरी की हत्या की गई थी। पुलिस ने लूट का खुलासा किया था। बदमाश अमन मुठभेड़ में मारा गया गया था। उसके भाई और पिता को जेल भेजा गया था। 50 हजार रुपये का इनामी फारुख फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।
पुलिस आयुक्त ने खुलासे में लगाई पुलिस टीमों की समीक्षा की। पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई। पुलिस आयुक्त के निर्देश पर डीसीपी सिटी ने सिकंदरा थाने की चौकी प्राक्षी टॉवर के प्रभारी बबलू पाल, एसएसआई सिकंदरा सुनील कुमार, एसआई अरविंद कुमार, एसआई नरेंद्र कुमार, चौकी इंचार्ज डिवीजन न्यू आगरा अखिलेश कुमार, चौकी प्रभारी दयाल बाग थाना न्यू आगरा अमित कुमार को लाइन हाजिर कर दिया है।
आरआई को निर्देश दिए गए हैं कि सभी लाइन हाजिर दरोगा लाइन में नियमित ड्यूटी करेंगे। वह जेल के बंदियों की अदालतों में पेशी कराएंगे। दूसरी ओर, कई थानेदारों को भी इस केस में जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन उन्होंने अपनी भूमिका नहीं निभाई। वह भी जल्द ही लाइन भेजे जाएंगे।
एसओजी की नई टीम बनेगी
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि नई एसओजी का गठन नहीं होने तक पुरानी टीम काम करेगी। पुलिसकर्मियों को साक्षात्कार के बाद एसओजी के लिए चयनित किया जाएगा। पुलिस सूत्रों की मानें तो 5 मई की रात पुलिस को बदमाशों की सटीक लोकेशन मिली थी। दबिश पर भेजने के लिए जब पुलिसकर्मियों को मोबाइल मिलाए गए तो बंद आ रहे थे। बाद में सभी ने अलग-अलग बहाने बनाएं। पुलिस आयुक्त ने इसे गंभीरता से लिया। अब नई एसओजी का गठन किया जाएगा। इसमें मेहनती और ईमानदार पुलिसकर्मियों को तैनाती दी जाएगी।

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