सांसद व कैबिनेट मंत्री सुनी जनसमस्याएं, आपदा राहत पर किया मंथन
श्रीनगर गढ़वाल। आपदा प्रभावित चमोली जनपद के स्थलीय निरीक्षण के उपरांत गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी एवं उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत मंगलवार को श्रीनगर पहुंचे। स्थानीय होटल देवलोक में अल्प प्रवास के दौरान दोनों जनप्रतिनिधियों ने भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों से मुलाकात कर चमोली एवं पौड़ी जनपदों में आई हालिया आपदा की स्थिति, राहत कार्यों और पुनर्वास योजनाओं पर चर्चा की। इस दौरान आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री के वितरण, पुनर्वास कार्यों की प्रगति और प्रशासनिक तैयारियों पर विस्तृत मंथन किया गया।
कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि सरकार आपदा प्रभावित प्रत्येक परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने संबंधित विभागों को राहत कार्यों में तेजी लाने और यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि किसी भी परिवार को उपेक्षित न रहना पड़े। उन्होंने भरोसा दिलाया कि हर पीड़ित को समयबद्ध सहायता दी जाएगी।
गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि चमोली और पौड़ी जिलों में आई आपदा हमारे लिए एक गंभीर चुनौती है, लेकिन सरकार और समाज मिलकर इस संकट से उबरने के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्रभावित परिवार तक मदद पहुँचाना हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है और इसके लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी।
श्रीनगर प्रवास के दौरान दोनों जनप्रतिनिधियों ने स्थानीय नागरिकों की व्यक्तिगत समस्याएं भी सुनीं और शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया। बैठक के उपरांत सांसद अनिल बलूनी और कैबिनेट मंत्री डॉ. रावत पौड़ी जनपद के तलसारी गांव गिरांगांव पहुंचे, जहां उन्होंने हाल ही में असामयिक रूप से दिवंगत जितेंद्र कुमार के परिजनों से भेंट कर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाते हुए भरोसा दिलाया कि दुःख की इस घड़ी में सरकार और समाज पूरी तरह से उनके साथ खड़े हैं।
बैठक में वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व राज्य मंत्री अतर सिंह असवाल, मंडल अध्यक्ष विनय घिल्डियाल, महामंत्री दिनेश पटवाल, शुभम प्रभाकर, विपिन थपलियाल, परमिला भंडारी, सुधीर जोशी, अजब सिंह रावत सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन से यातायात बाधित
श्रीनगर गढ़वाल। श्रीनगर से देवप्रयाग के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पर भारी भूस्खलन के कारण यातायात ठप हो गया। भूस्खलन से सड़क का आधा हिस्सा क्षतिग्रस्त होने के चलते यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और आवागमन जोखिमपूर्ण बना हुआ है। कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग को तत्काल मरम्मत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और जल्द से जल्द मार्ग को दुरुस्त करने का आश्वासन दिया।
अधिकारियों-कर्मचारियों के अवकाश पर रोक
चमोली। आपदा और बारिश की संभावित स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने 15 सितंबर 2025 तक जनपद में सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के अवकाश पर रोक लगा दी है। वर्चुअल बैठक में उन्होंने निर्देश दिए कि अपरिहार्य कारणों को छोड़कर कोई भी अधिकारी या कर्मचारी अवकाश पर न जाए और बिना अनुमति मुख्यालय न छोड़े। जिलाधिकारी ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की समीक्षा करते हुए सड़कों, पैदल मार्गों, विद्युत और पेयजल आपूर्ति को शीघ्र बहाल करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि भूस्खलन और बारिश से जनजीवन प्रभावित होने की आशंका बनी हुई है, इसलिए सभी अधिकारी-कर्मचारी तैनाती स्थल पर उपस्थित रहें। अनुपस्थित पाए जाने पर आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।
डीएम व एसपी ने किया थराली आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण
चमोली। जिलाधिकारी संदीप तिवारी और पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने मंगलवार को थराली क्षेत्र में भूस्खलन प्रभावित स्थलों का संयुक्त निरीक्षण किया। उन्होंने राडीबगड़ और कोटदीप हॉस्पिटल मुहल्ला क्षेत्र में पहाड़ की दरारों और अटकी चट्टानों की गंभीर स्थिति पर चिंता जताते हुए सिंचाई विभाग, भूवैज्ञानिक और कार्यदायी संस्थाओं को संयुक्त निरीक्षण के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने क्षतिग्रस्त मकानों का आकलन कर रिपोर्ट तैयार करने को कहा और जल एवं बिजली आपूर्ति बहाल करने के आदेश दिए। उन्होंने खतरनाक चट्टानों के नीचे रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों या राहत केंद्रों में शिफ्ट होने की अपील की। बारिश होने पर तत्काल बैरिकेडिंग कर यातायात रोकने के निर्देश दिए। मौके पर अपर जिलाधिकारी विवेक प्रकाश, पुलिस उपाधीक्षक अमित कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
भूस्खलन से अवरुद्ध मार्गों को खोलने के निर्देश
उत्तरकाशी। जनपद में लगातार बारिश के कारण भूस्खलन और भूदृधंसाव से प्रभावित मार्गों को सुचारू बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने आपदा कंट्रोल रूम में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। यमुना वैली के सिलाई बैंड, स्यानाचट्टी, राणाचट्टी, जंगलचट्टी तथा गंगा वैली के नालूपानी, नलूणा, डबरानी, सोनगाड, हर्षिल और धराली आदि स्थानों पर आवाजाही बहाल रखने हेतु पर्याप्त मशीनरी और मैनपावर तैनात करने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने बीआरओ, एनएच, पीडब्ल्यूडी, पीएमजीएसवाई और अन्य एजेंसियों को आपसी समन्वय से कार्य करने को कहा।
स्यानाचट्टी में अस्थायी झील की निकासी जारी
बड़कोट। स्यानाचट्टी में यमुना नदी पर बनी अस्थायी झील की निकासी के प्रयास तेज हैं। सिंचाई, पीडब्ल्यूडी, पुलिस, एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमें मौके पर मौजूद हैं। ट्रैफिक प्रबंधन और आवश्यक सामग्री की आपूर्ति जारी है।
राणाचट्टी में प्रभावित परिवारों को सहायता
बड़कोट। राणाचट्टी में गदेरे का पानी बढ़ने से प्रभावित परिवारों को प्रशासन ने सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई। स्यानाचट्टी में जलापूर्ति बहाल हो गई है जबकि राणाचट्टी में कार्य तेज गति से चल रहा है।
नलूणा में भूस्खलन से गंगोत्री राजमार्ग अवरुद्ध
नलूणा। भूस्खलन के चलते गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया था। प्रशासन ने मशीनरी और श्रमबल लगाकर मार्ग खोलने के प्रयास तेज किए। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने स्थल का निरीक्षण कर पैदल मार्ग को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए।