सांसद व कैबिनेट मंत्री ने आपदा प्रभावितों को दिया हरसंभव मदद का भरोसा
चमोली/देहरादून। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और गढ़वाल संसदीय क्षेत्र के सांसद अनिल बलूनी ने सोमवार को चमोली जनपद के कुलसारी में बने आपदा राहत शिविर का संयुक्त निरीक्षण किया। दोनों जनप्रतिनिधियों ने आपदा प्रभावितों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और उन्हें हरसंभव मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया।
निरीक्षण के दौरान डॉ. रावत और सांसद बलूनी ने शिविर में उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया और वहां रह रहे पीड़ितों से फीडबैक प्राप्त किया। उन्होंने जिला प्रशासन को राहत और पुनर्वास कार्यों में और तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके बाद दोनों नेता पैदल चलकर आपदाग्रस्त क्षेत्रों चेपड़ों और राड़ीबगड़ पहुंचे, जहां उन्होंने स्थलीय निरीक्षण किया और प्रभावित परिवारों से संवेदनाएं व्यक्त कीं।
कैबिनेट मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि चमोली जनपद के थराली क्षेत्र में आई भीषण आपदा ने कई परिवारों को बेघर कर दिया है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए कि प्रभावित परिवारों को शीघ्र मुआवजा प्रदान किया जाए, ताकि उन्हें प्रारंभिक राहत मिल सके। साथ ही, लोक निर्माण विभाग को क्षतिग्रस्त सड़कों की त्वरित मरम्मत के आदेश भी दिए गए।
सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों मिलकर आपदा प्रभावितों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास कर रही हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस कठिन समय में कोई भी परिवार अकेला महसूस नहीं करेगा।
स्थलीय निरीक्षण के दौरान दोनों जनप्रतिनिधियों ने राहत शिविरों की व्यवस्थाओं की समीक्षा की और यह सुनिश्चित करने को कहा कि पीड़ितों को भोजन, चिकित्सा, स्वच्छता और आवास जैसी सभी बुनियादी सुविधाएं समय पर उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्यों की गति बढ़ाना अब प्राथमिकता है।
इस दौरान क्षेत्रीय विधायक भूपाल राम टम्टा, जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। डॉ. रावत ने कहा कि आपदा से हुए नुकसान की भरपाई में समय लगेगा, लेकिन सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें जल्द से जल्द सामान्य जीवन में लौटाने के लिए प्रतिबद्ध है।
स्याना चट्टी एवं राणाचट्टी का किया निरीक्षण
उत्तरकाशी। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी यमुना वैली डॉ. आर.सी. आर्य ने सोमवार को आपदाग्रस्त क्षेत्रों स्याना चट्टी एवं राणाचट्टी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. रोहित भंडारी को निर्देश दिए कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति सामान्य होने तक रोटेशन आधार पर स्वास्थ्य टीमें तैनात रहें और प्रभावित लोगों को हर संभव चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराएं। गर्भवती महिलाओं, जिनका प्रसवकाल नजदीक है, को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगांव पहुंचाने के भी निर्देश दिए गए। डॉ. आर्य ने एपीएचसी राणा का भी भ्रमण किया, जहां हाल ही में बादल फटने की घटना के चलते सुरक्षा दीवार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे चिकित्सालय के मुख्य और आवासीय भवन को खतरा उत्पन्न हो गया है। त्वरित कार्यवाही के लिए उन्होंने इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अवगत करा दिया है। उन्होंने टीमों को निर्देशित किया कि चौबीसों घंटे जीवनरक्षक दवाइयां, ऑक्सीजन और आवश्यक उपकरण पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें। इस मौके पर डॉ. रोहित भंडारी, डॉ. जगदीप बिष्ट, डॉ. आशीष कुमार, डॉ. पवन और फार्मेसी अधिकारी उपस्थित रहे।