बारिश के मौसम में ऑनलाइन कक्षाओं से जुड़ी समस्याएँ, ये सही है या गलत ?

स्कूलों के दवाब के कारण में अविभावक असमंजस में !
DESK THEN CITY NEWS
बारिश के मौसम में बच्चों को ऑनलाइन कक्षाओं में शामिल होने के लिए कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। सबसे आम समस्या इंटरनेट की असुविधा होती है, क्योंकि खराब मौसम में नेटवर्क कनेक्टिविटी बार-बार बाधित होती है। इसके साथ ही, कई क्षेत्रों में बिजली नहीं आने के कारण बच्चे मोबाइल या लैपटॉप चार्ज नहीं कर पाते। कुछ घरों में तो वर्षा के कारण पानी भर जाता है, जिससे बच्चों का पढ़ाई करना और भी कठिन हो जाता है। हालांकि सरकार द्वारा खराब मौसम के चलते छुट्टियाँ घोषित कर दी जाती हैं, लेकिन वह राहत उन बच्चों को नहीं मिल पाती जो पहले ही इन परिस्थितियों के कारण कक्षा से वंचित हो चुके होते हैं। इन बाधाओं के चलते बच्चों की उपस्थिति कम हो जाती है, जिससे उनके परिणाम पर नकारात्मक असर पड़ता है। इसलिए आवश्यक है कि सरकार और स्कूल प्रशासन ऐसी स्थिति में बच्चों को विशेष सहूलियत दें ताकि उनका शैक्षणिक नुकसान कम से कम हो।
समाधान के सुझाव
1. सरकार और विद्यालयों को चाहिए कि वे बारिश के मौसम में ऑफ़लाइन या रिकॉर्डेड कक्षाओं का विकल्प दें।
2. विद्यार्थियों को सहायक अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई जाए, ताकि वे बाद में पढ़ाई पूरी कर सकें।
3. नेटवर्क और बिजली की समस्याओं से प्रभावित क्षेत्रों के लिए विशेष शैक्षणिक योजना बनाई जाए।
मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान बच्चों और शिक्षकों दोनों के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ा है। बच्चों में अकेलापन, तनाव, और चिड़चिड़ापन बढ़ा है क्योंकि वे साथियों से नहीं मिल पा रहे हैं। लगातार स्क्रीन पर समय बिताने से आँखों में थकावट और ध्यान की कमी देखी गई है। वहीं, अभिभावकों पर भी बच्चों की पढ़ाई को लेकर अतिरिक्त मानसिक दबाव रहा है।
📌 शिक्षकों को आने वाली समस्याएँ
शिक्षकों को ऑनलाइन पढ़ाने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जैसे:
इंटरनेट की खराब सुविधा
तकनीकी ज्ञान की कमी
बच्चों की उपस्थिति और ध्यान बनाए रखना
मूल्यांकन (Assessment) करना कठिन
व्यक्तिगत संवाद और समझ में कमी
कई बार शिक्षकों को अपने संसाधनों से ही कक्षाएँ संचालित करनी पड़ीं, जिससे उन पर आर्थिक और मानसिक दबाव भी बढ़ा।
📌 ग्रामीण बनाम शहरी क्षेत्रों की स्थिति की तुलना
पहलू ग्रामीण क्षेत्र शहरी क्षेत्र
• इंटरनेट सुविधा सीमित और अस्थिर अपेक्षाकृत बेहतर
• डिवाइस की उपलब्धता बहुत कम बच्चों के पास अधिकतर बच्चों के पास मोबाइल या लैपटॉप
• शिक्षक-छात्र संवाद कठिन थोड़ा बेहतर
• बिजली की समस्या अक्सर बाधा बनती है अपेक्षाकृत स्थिर आपूर्ति
• जागरूकता और तकनीकी ज्ञान सीमित बेहतर स्तर पर
• ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल डिवाइड (Digital Divide) के कारण ऑनलाइन शिक्षा का प्रभाव बेहद सीमित रहा, जबकि शहरी क्षेत्रों में भी यह पूरी तरह प्रभावी नहीं रहा।

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