प्रदेशभर में उत्साहपूर्वक मनाया जा रहा अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025

उत्तराखंड प्रहरी ब्यूरो / प्रदीप कुमार,
रुद्रप्रयाग/श्रीनगर गढ़वाल। अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के अंतर्गत उत्तराखण्ड में सहकारिता की भावना को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से प्रदेशभर में सहकारिता मेलों का सफल आयोजन किया जा रहा है। जनपद पौड़ी गढ़वाल, अल्मोड़ा और बागेश्वर में मेले संपन्न हो चुके हैं, जबकि रुद्रप्रयाग एवं पिथौरागढ़ में आयोजन जनसहभागिता के साथ जारी हैं।
रुद्रप्रयाग के गुलाबराय क्रीड़ा मैदान में आयोजित सहकारिता मेला-2025 के समापन अवसर पर सहकारिता, उच्च शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने वर्चुअल माध्यम से जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में देश में सहकारिता एक जनांदोलन का रूप ले चुकी है। उन्होंने कहा कि सहकारिता केवल आर्थिक गतिविधि नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता और सामूहिक प्रगति का माध्यम है, जिसके बल पर उत्तराखण्ड आत्मनिर्भर भारत निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
डॉ. रावत ने बताया कि राज्य में वर्तमान में लगभग 30 लाख सहकारी सदस्य सक्रिय हैं, और सरकार का लक्ष्य इस संख्या को 50 लाख तक पहुँचाने का है। उन्होंने कहा कि सहकारिता के माध्यम से रोजगार सृजन, पलायन रोकथाम, महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा मिल रहा है। रुद्रप्रयाग मेला-2025 में अध्यक्ष पूनम कठैत एवं विधायक भरत चौधरी ने उद्घाटन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्थानीय विद्यालयों और महिला समूहों ने लोकगीतों व नृत्यों की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दीं। मेले में 34 कृषकों को 39.31 लाख और एक महिला समूह को 4 लाख के चेक वितरित किए गए। पाँच एमपैक्स समितियों को माइक्रो एटीएम प्रदान किए गए। तकनीकी सत्र में सहकारिता योजनाओं की जानकारी दी गई और मंत्री डॉ. रावत के प्रति आभार प्रकट किया गया।
रुद्रप्रयाग के गुलाबराय क्रीड़ा मैदान में आयोजित सहकारिता मेला-2025 के समापन अवसर पर सहकारिता, उच्च शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने वर्चुअल माध्यम से जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में देश में सहकारिता एक जनांदोलन का रूप ले चुकी है। उन्होंने कहा कि सहकारिता केवल आर्थिक गतिविधि नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता और सामूहिक प्रगति का माध्यम है, जिसके बल पर उत्तराखण्ड आत्मनिर्भर भारत निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
डॉ. रावत ने बताया कि राज्य में वर्तमान में लगभग 30 लाख सहकारी सदस्य सक्रिय हैं, और सरकार का लक्ष्य इस संख्या को 50 लाख तक पहुँचाने का है। उन्होंने कहा कि सहकारिता के माध्यम से रोजगार सृजन, पलायन रोकथाम, महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा मिल रहा है। रुद्रप्रयाग मेला-2025 में अध्यक्ष पूनम कठैत एवं विधायक भरत चौधरी ने उद्घाटन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्थानीय विद्यालयों और महिला समूहों ने लोकगीतों व नृत्यों की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दीं। मेले में 34 कृषकों को 39.31 लाख और एक महिला समूह को 4 लाख के चेक वितरित किए गए। पाँच एमपैक्स समितियों को माइक्रो एटीएम प्रदान किए गए। तकनीकी सत्र में सहकारिता योजनाओं की जानकारी दी गई और मंत्री डॉ. रावत के प्रति आभार प्रकट किया गया।