बाल देखरेख संस्थाओं से मुक्त किशोर-किशोरियों को आत्मनिर्भर बनाने की पहल
हरिद्वार। महिला कल्याण विभाग द्वारा बाल देखरेख संस्थाओं से मुक्त 18 वर्ष पूर्ण कर चुके किशोर-किशोरियों के पुनर्वास एवं आत्मनिर्भरता हेतु विशेष कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस क्रम में केयरलीवर इनर सर्किल एवं हल्दीराम स्किल अकादमी द्वारा विकास भवन ऑडिटोरियम हॉल में एक दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यशाला आयोजित की गई।
निदेशक महिला कल्याण बी.एल. राणा ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि यह शुरुआत है, अंत नहीं। आने वाले तीन महीनों में वे स्किल डेवलपमेंट के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर होंगे। अपर जिलाधिकारी पी.आर. चौहान ने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के कई विकल्प हैं, परंतु सफलता के लिए एकाग्रता और ईमानदारी आवश्यक है।
कार्यक्रम के तहत 18 किशोर-किशोरियों को हल्दीराम स्किल अकादमी, नोएडा में तीन महीने का भ्ंसकपतंउ डनसजपबनपेपदम ब्वनतेम कराया जाएगा। इसमें 12 विधि विवादित श्रेणी के किशोर एवं 6 अनाथ, निराश्रित और परित्यक्त बालिकाएं शामिल हैं। प्रशिक्षण के दौरान आवास, भोजन, परिवहन, ड्रेस, किट (जिसमें मोबाइल भी शामिल) उपलब्ध कराया जाएगा। प्रशिक्षण उपरांत इन्हें हल्दीराम के विभिन्न आउटलेट्स पर लगभग 18,902 मासिक प्रारंभिक वेतन के साथ नौकरी दी जाएगी।
कार्यशाला में सीपीओ अंजना गुप्ता, डीपीओ मीना बिष्ट, डीपीओ अविनाश, डीपीओ व्योम जैन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। 25 अगस्त 2025 को चयनित किशोर-किशोरियां नोएडा के लिए रवाना होंगे।