जाट विकास मंच भेल के वार्षिकोत्सव में बच्चों को दी समय पर शादी की सलाह

उत्तराखंड प्रहरी ब्यूरो / जोगेंद्र सिंह मावी,
हरिद्वार। जाट विकास मंच भेल के वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉ. रमेश चन्द्रा ने बच्चों को शिक्षित और संस्कारवान बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा और दक्षता से बच्चे न केवल अपना, बल्कि समाज का भी नाम रोशन कर सकते हैं। उन्होंने लड़का-लड़की में भेदभाव न करने और समग्र विकास पर ध्यान देने की सलाह दी।
कार्यक्रम भेल सामुदायिक केंद्र, सेक्टर-4 में आयोजित हुआ। मंच के संरक्षक विवेक सिंह और अध्यक्ष सुशील कुमार आर्य ने प्रो. चंद्रा का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। विशिष्ट अतिथि निशिकांत सिंह ने बच्चों को रोजगारपरक शिक्षा की दिशा में प्रेरित किया, जबकि डॉ. नरेन्द्र सिंह तौमर ने समय पर विवाह करने की आवश्यकता पर बल दिया। संरक्षक विवेक सिंह ने समाज की प्रगति में एकता की शक्ति पर जोर दिया। महामंत्री राजीव कुमार चौधरी ने वर्षभर के कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। अध्यक्ष सुशील कुमार आर्य ने अभिभावकों से बच्चों की प्रतिभा के अनुसार मार्गदर्शन करने का आह्वान किया। मंच का संचालन दीनदयाल ने किया। अंत में प्रतिभाशाली बच्चों और सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वालों को पुरस्कृत किया गया। अर्चना, सुनीता आर्या और बुलबुल चौधरी को उनके विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अनेक गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।
कार्यक्रम भेल सामुदायिक केंद्र, सेक्टर-4 में आयोजित हुआ। मंच के संरक्षक विवेक सिंह और अध्यक्ष सुशील कुमार आर्य ने प्रो. चंद्रा का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। विशिष्ट अतिथि निशिकांत सिंह ने बच्चों को रोजगारपरक शिक्षा की दिशा में प्रेरित किया, जबकि डॉ. नरेन्द्र सिंह तौमर ने समय पर विवाह करने की आवश्यकता पर बल दिया। संरक्षक विवेक सिंह ने समाज की प्रगति में एकता की शक्ति पर जोर दिया। महामंत्री राजीव कुमार चौधरी ने वर्षभर के कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। अध्यक्ष सुशील कुमार आर्य ने अभिभावकों से बच्चों की प्रतिभा के अनुसार मार्गदर्शन करने का आह्वान किया। मंच का संचालन दीनदयाल ने किया। अंत में प्रतिभाशाली बच्चों और सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वालों को पुरस्कृत किया गया। अर्चना, सुनीता आर्या और बुलबुल चौधरी को उनके विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अनेक गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।