हरिद्वार के विद्यालय के प्रोफेसर को मिली बड़ी जिम्मेदारी, अब संभालेंगे प्राचार्य का पद

उत्तराखंड प्रहरी ब्यूरो,
हरिद्वार। केन्द्रीय संस्कृत महाविद्यालय, नई दिल्ली द्वारा मान्यता प्राप्त श्री भगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. व्रजेन्द्र कुमार सिंहदेव की नियुक्ति पं. बंगाल के मेदिनीपुर जिले के कालियाचक विक्रम किशोर आदर्श संस्कृत महाविद्यालय में प्राचार्य पद पर हो गयी है। उनकी यह नियुक्ति केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा पांच वर्षों के लिए की गयी है।
महाविद्यालय में आयोजित सौप्रस्थानिक समारोह में प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष प्रो. यशवीर सिंह ने कहा कि यह गौरव का क्षण है कि जिनके नेतृत्व में श्री भगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय निरन्तर उन्नति को प्राप्त किया है, वे अब कालियाचक के आदर्श संस्कृत महाविद्यालय के विकास में अपना योगदान देंगे। उन्हें यहाँ से प्रोन्नत कर वहाँ प्रोफेसर ग्रेड पर प्राचार्य नियुक्त किया गया है। चेतन ज्योति संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सर्वेश तिवारी ने कहा कि डॉ. व्रजेन्द्र कुमार ने हरिद्वार में बहुत दिनों तक संस्कृत की सेवा की है। वे अब पश्चिम बंगाल में संस्कृत का प्रचार-प्रसार करेंगे। पूर्व प्राचार्य डॉ. भोला झा ने कहा कि डॉ. व्रजेन्द्र कुमार कर्म कुशल हैं। इनके प्रयास से कालियाचक का महाविद्यालय भी संस्कृत के शास्त्रों के पठन-पाठन का केन्द्र बनेगा। पूर्व प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि यह हर्ष और विषाद का क्षण बताया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त अध्यापकों ने अपनी शुभकामनायें समर्पित की। बच्चों की ओर से भी अपने भावों को प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. रवीन्द्र कुमार ने किया।
इस अवसर पर डॉ. निरंजन मिश्र, डॉ. मञ्जु पटेल, डॉ. आशिमा श्रवण, डॉ. आलोक सेमवाल, डॉ. अंकुर कुमार आर्य, शिवदेव आर्य, डॉ. श्रीकृष्णचन्द्र, आदित्य प्रकाश डॉ. प्रमेश कुमार बिजल्वाण, डॉ. अंकुल कर्णवाल, एम नरेश भट्ट, विवेक शुक्ल योग प्रशिक्षक मनोज कुमार गिरि एवं अतुल मैखुरी सहित महाविद्यालय के शिक्षणेत्तर कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
महाविद्यालय में आयोजित सौप्रस्थानिक समारोह में प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष प्रो. यशवीर सिंह ने कहा कि यह गौरव का क्षण है कि जिनके नेतृत्व में श्री भगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय निरन्तर उन्नति को प्राप्त किया है, वे अब कालियाचक के आदर्श संस्कृत महाविद्यालय के विकास में अपना योगदान देंगे। उन्हें यहाँ से प्रोन्नत कर वहाँ प्रोफेसर ग्रेड पर प्राचार्य नियुक्त किया गया है। चेतन ज्योति संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सर्वेश तिवारी ने कहा कि डॉ. व्रजेन्द्र कुमार ने हरिद्वार में बहुत दिनों तक संस्कृत की सेवा की है। वे अब पश्चिम बंगाल में संस्कृत का प्रचार-प्रसार करेंगे। पूर्व प्राचार्य डॉ. भोला झा ने कहा कि डॉ. व्रजेन्द्र कुमार कर्म कुशल हैं। इनके प्रयास से कालियाचक का महाविद्यालय भी संस्कृत के शास्त्रों के पठन-पाठन का केन्द्र बनेगा। पूर्व प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि यह हर्ष और विषाद का क्षण बताया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त अध्यापकों ने अपनी शुभकामनायें समर्पित की। बच्चों की ओर से भी अपने भावों को प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. रवीन्द्र कुमार ने किया।
इस अवसर पर डॉ. निरंजन मिश्र, डॉ. मञ्जु पटेल, डॉ. आशिमा श्रवण, डॉ. आलोक सेमवाल, डॉ. अंकुर कुमार आर्य, शिवदेव आर्य, डॉ. श्रीकृष्णचन्द्र, आदित्य प्रकाश डॉ. प्रमेश कुमार बिजल्वाण, डॉ. अंकुल कर्णवाल, एम नरेश भट्ट, विवेक शुक्ल योग प्रशिक्षक मनोज कुमार गिरि एवं अतुल मैखुरी सहित महाविद्यालय के शिक्षणेत्तर कर्मचारी भी उपस्थित रहे।