लंका में पहुंचे हनुमान, माता सीता को दिखाया राम का अंगूठी

थत्युड़। विकासखंड मुख्यालय थत्युड़ के रामलीला मैदान में चल रही मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की लीला के दसवें दिन रविवार की रात भक्ति और रोमांच से भरा दृश्य देखने को मिला। मंच पर प्रस्तुत लीला में हनुमान जी का माता सीता से अशोक वाटिका में प्रथम साक्षात्कार, लंका दहन और रावण दरबार का प्रसंग जीवंत हो उठा।
लीला के दौरान दर्शकों ने उस क्षण को भावविभोर होकर देखा जब हनुमान जी माता सीता से आज्ञा लेकर अशोक वाटिका में फल खाने लगते हैं और वहां उपद्रव मचाने वाले राक्षसों को परास्त करते हुए पूरी वाटिका को तहस-नहस कर देते हैं। इस दृश्य पर जय श्रीराम के उद्घोष से पूरा मैदान गूंज उठा।
इसके बाद रावण अपने पुत्र अक्षय कुमार को युद्ध के लिए भेजता है, जिसका हनुमान अंत कर देते हैं। तत्पश्चात रावण अपने शक्तिशाली पुत्र मेघनाथ को हनुमान से युद्ध के लिए भेजता है। लीला के इस रोमांचक दृश्य में मेघनाथ ब्रह्मपाश से हनुमान को बांधकर रावण दरबार में प्रस्तुत करता है, जहां रावण के आदेश पर हनुमान की पूंछ में आग लगाई जाती है। इस दृश्य के मंचन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया जब हनुमान अपनी जलती पूंछ से पूरी लंका नगरी को अग्नि की लपटों में भस्म कर देते हैं और अंत में माता सीता से आशीर्वाद लेकर अशोक वाटिका से प्रभु श्रीराम के पास लौट जाते हैं।
रामलीला समिति अध्यक्ष गजेंद्र असवाल एवं सचिव सुनील सजवाण ने बताया कि थत्युड़ की यह रामलीला अत्यंत प्राचीन परंपरा से चली आ रही है और पिछले चार वर्षों से एस. सजवाण प्रोडक्शन चैनल के माध्यम से इसका सीधा लाइव प्रसारण किया जा रहा है। प्रवासी उत्तराखंडवासी देश-विदेश में बैठकर इस लीला का आनंद ले रहे हैं और अपनी प्रतिक्रियाओं के माध्यम से इसे भरपूर सराहना दे रहे हैं।
समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, व्यापारी वर्ग एवं मीडिया के सहयोग से यह रामलीला निरंतर सफलता की ओर अग्रसर है।
इस अवसर पर राज्य मंत्री दर्जाधारी गीता रावत, मनवीर नेगी (माही), बच्चन सिंह रावत, महासचिव प्रेस क्लब धनोल्टी-जौनपुर मुकेश रावत, कोषाध्यक्ष दिनेश रावत, व्यापार मंडल अध्यक्ष अकबीर पवार, वीरेंद्र रावत, युद्धवीर पवार, प्रदीप भंडारी, बालकृष्ण कोठारी, प्रधान सरदार सिंह पुंडीर सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।