Exclusive: JNU गेट पर प्रदर्शन कर रहे ABVP छात्रों ने की एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत, कहा- हिंदू समाज को करते टारगेट

रामनवमी के दिन हुई छात्रों में मारपीट के दूसरे दिन एबीवीपी संगठन से जुड़े छात्रों ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि जब हिंदू फोबिक कल्चर को तोड़ने का प्रयास की तब हिंसा हुई.

रामनवमी के दिन हुई छात्रों में मारपीट के दूसरे दिन एबीवीपी संगठन से जुड़े छात्रों ने जेएनयू के गेट पर प्रदर्शन किया है. इस दौरान उन्होंने लेफ्ट के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. एबीवीपी ने इसे सद्भावना यात्रा का नाम दिया. इसमें शामिल हुए छात्रों ने कहा कि यहां स्पेसिफिक विचारों की आजादी है और हिंदू फोबिक कल्चर फैलाया जा रहा. जब हिंदू फोबिक कल्चर को तोड़ने का प्रयास किया तब हिंसा हुई है. इसके साथ मांग की दिल्ली पुलिस हिंसा करने वाले छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करे.

इस प्रदर्शन में शामिल हुए कई छात्रों ने अपनी बात एबीपी न्यूज के सामने रखी. इस सद्भावना यात्रा में शामिल हुए छात्र दीपांशू का कहना है कि जेएनयू कैंपस में हिंदू फोबिक कल्चर है. यहां कई सालों से बना हुआ था. जब उसको तोड़ने का प्रयास किया गया तो उस पर हिंसा हुई. हमारा प्रोटेस्ट उस हिंसा के खिलाफ है. सोच के खिलाफ है, यहां पर बोलते हैं कि विचारों की आजादी है लेकिन एक स्पेसिफिक विचारों की आजादी है और हिंदू फोबिक कल्चर फैलाया जा रहा है. जब यहां महिषासुर जयंती मनती है तो यहां लोग बड़ी संख्या में मनाते हैं. लेकिन जब रामनवमी के लिए छात्र कावेरी जाते हैं और भजन संध्या का आयोजन होता है तब लेफ्ट पार्टी बहुत नियोजित तरीके से उसमें विध्वंस डालने का प्रयास करती है. 

हिंदू समाज को टारगेट किया जाता है- एबीवीपी  से जुड़ा छात्र

उन्होंने आगे कहा कि, हमारा प्रोटेस्ट उस विचारधारा के खिलाफ है. केवल राम को टारगेट नहीं किया जाता पूरे हिंदू समाज को टारगेट किया जाता है. आपकों याद दिलाया जाता है कि अगर आप अपने पूजा पद्धति विचारों को साथ लेकर चल रहे हैं तो आप मूर्ख हैं, पिछड़े वर्ग से आते हैं. हम नहीं चाहते कि हम अपनी संस्कृति से घृणा करें. 

SFI का प्रेसिडेंट ने फेंका पत्थर- एबीवीपी से जुड़ा छात्र

एबीवीपी से जुड़े विकास पालीवाल नाम के छात्र ने बताया कि जिस प्रकार इस कैंपस में कम्युनिस्टों द्वारा माहौल बनाया गया. जान बूझकर पूजा में डिस्टर्बेंस की गई. उसी के लिए हम जेएनयू में सद्भावना का मेसेज देना चाहते हैं. सामाजिक सौहार्द बनाए रखना चाहतें हैं. इसके साथ ही शैक्षिक गतिविधि शुरू करना चाहते हैं. उन्होंने आगे कहा कि जो कल घटना हुई उसके विरोध में हमारा सभी छात्रों को एकत्रित करते हुए सद्भावना मार्च निकाला जा रहा है.  SFI का प्रेसिडेंट पत्थर फेंकते हुए देखा गया है. पुलिस सबसे पहले उसे अरेस्ट करें. सबसे पहले उसे जेल भेजें. हमारे पास उसका विडियो है. उसी की वजह से हमारे कार्यकर्ताओं को चोट आई. दिल्ली पुलिस से यहीं उम्मीदें हैं कि जो भी इस वाइलेंस के पीछे हैं उन्हें जल्द से जल्द अरेस्ट करे.

हम लोगों को सिक्यूरिटी प्रवाइड की जाए- एबीवीपी से जुड़ा छात्र
 
चिराग नाम के छात्र ने कहा कि AISA, DSF से यहीं उम्मीद करेंगे कि कैंपस का माहौल खराब करने की कोशिश की गई है वो ना की जाए. SFI का प्रेसिडेंट इसमें सबसे बड़ा आरोपी है. कल की घटना में चोटिल हुए छात्र शैतान सिंह ने कहा कि कल की रात भयावह थी. छात्र डरे हुए हैं. जब तक छात्रों को न्याय नहीं मिलता तब तक हम लोग ऐसे ही लड़ते रहेंगे. पुलिस और जेएनयू प्रशासन से शिकायत की गई है. हमारी उनसे रिक्वेस्ट है कि हम लोगों को सिक्यूरिटी प्रवाइड की जाए. वामपंथी फिर से छात्रों के ऊपर हमला करेंगे.  AISA, AISA अध्यक्ष, सबने मिलकर हमारे कार्यकर्ता को मारा. जब पूजा चल रही थी तब उन्होंने आ कर हमसे पूछा कि आपने किससे परमिशन ली है?  वो कौन होते हैं हमसे पूछने वाले? इन वामपंथी को क्यों दिक्कत है?  

संजीव मिश्रा नाम के छात्र का कहना है कि, हम लोग नारा देते हैं कि तुम जातिवाद से तोड़ोगे हम राष्ट्रवाद से जोड़ेंगे. हमारे अंदर राष्ट्रवाद की भावना है. एक और चोटिल हुए छात्र विजय प्रधान ने कहा कि हम पर हमला किया गया था. नक्सलियों से कोई सुरक्षित नहीं हैं. आम लोग के साथ जेएनयू के छात्र भी इन वामपंथियों से सुरक्षित नहीं है. हमारी मांग है कि दिल्ली पुलिस सख्त कार्रवाई करे

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