धर्मनगरी को खेल के क्षेत्र में मिलेगी बड़ी सौगात

 

 

भल्ला स्टेडियम का मुख्यमंत्री करेंगे लोकार्पण

 

संवाददाता राहुल गिरि दिनांक 10 नवंबर 2024

 

हरिद्वार। धर्मनगरी के नाम से विख्यात हरिद्वार अब खेल नगरी के नाम से भी पहचानी जाएगी। जी हां इसके लिए हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण की ओर से आज धर्मनगरी को एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। जो खेल के क्षेत्र में धर्मनगरी की अलग पहचान बनाएगी।

लंबे समय से भल्ला स्टेडियम स्थिति बद्तर थी। कभी वीवीआईपी कार्यक्रम तो कभी हेलीकॉप्टर उतरने के कारण स्टेडियम की स्थिति दयनीय बनी हुई थी, लेकिन हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष का पद संभालते ही अंशुल सिंह ने ऐसा काम कर दिखाया है, जिसे सदियों तक याद रखा जाएगा। उन्होंने अपनी टीम के साथ दिनरात की मेहनत के बाद एक साल के अंदर स्टेडियम को नया स्वरूप देने में सफलता हासिल की है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रदेश के युवा प्रतिभाओं को अच्छे मैदान उपलब्ध कराने के निर्देशों के क्रम में हरिद्वार-रुडकी विकास प्राधिकरण ने भल्ला स्टेडियम को राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट मैदान के रूप में विकसित करना शुरु कर दिया है।

 

 

बाउंड्री 50 मीटर से बढ़ाकर की गई 65 मीटर

 

प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट मैदान के लिए जरूरी 60 मीटर की बाउंड्री के मद्देनजर भल्ला स्टेडियम की बाउंड्री 50 मीटर से बढ़ाकर 65 मीटर की जा रही है। उन्होंने बताया कि हरिद्वार में तैयार किये जा रहे स्टेडियम में अंतराष्ट्रीय स्तर के मानकों वाली तीन क्रिकेट पिच बनाई गई हैं, इसके साथ ही अभ्यास के लिए भी अलग से पिचों को तैयार किया जा रहा है। जिसके लिए राजस्थान के अलवर से विशेष प्रकार की मिट्टी मंगाई गई है।

 

 

खिलाड़ियों को मिलेगी सुविधाएं

 

अंशुल सिंह ने बताया कि खिलाड़ियों के लिए पवेलियन, ड्रेसिंग रुम, रेस्ट रूम आदि भी तैयार किये जा रहे हैं। वहीं, मीडिया कवरेज के लिए मीडिया सेंटर, कमेंट्री बॉक्स, कैफेटेरिया, पार्किंग और दर्शकों के बैठने के लिए अच्छे स्तर के इंतजाम किए जा रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले तीन महीने में मैदान राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट मैच आयोजित करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएगा जिससे प्रदेश के युवा खिलाडियों को अपनी प्रतिभा निखारने में मदद मिलेगी। बताया कि अभी तक इस मैदान में दिन में ही मैच खेले जा सकते थे, लेकिन अब दिन रात के मैचों के लिए दूधिया रोशनी लगाई जा रही है।

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