समग्र शिक्षा व उद्योग के जुड़ाव से साकार होगा विकसित भारत : प्रो. देवेंद्र सिंह

DESK THE CITY NEWS
श्रीनगर गढ़वाल। एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र (एमएमटीटीसी) में सोमवार को आयोजित “विकसित भारत में उच्च शिक्षा की भूमिका” विषयक अल्पकालिक फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) के उद्घाटन सत्र में डॉ.बी.आर.ए.राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, सोनीपत के कुलपति प्रो.देवेंद्र सिंह ने कहा कि विकसित भारत के विजन को साकार करने के लिए शिक्षा प्रणाली में मूलभूत बदलाव जरूरी है। उन्होंने पारंपरिक तरीकों से आगे बढ़ते हुए समग्र और छात्र-केंद्रित शिक्षा व्यवस्था अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया।प्रो.सिंह ने कहा कि अप्रयुक्त योग्य मानव संसाधनों को औपचारिक शिक्षा प्रणाली से जोड़ने के लिए स्पष्ट नीति बनाई जानी चाहिए,जिससे “विश्व गुरु विकसित भारत” के निर्माण में योगदान संभव हो सके। उन्होंने उद्योग-शिक्षा संबंधों को मजबूत करने की वकालत करते हुए कहा कि पाठ्यक्रम को उद्योग की जरूरतों के अनुरूप बनाना चाहिए,ताकि स्नातक बेहतर रूप से कार्यबल में शामिल हो सकें।विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.श्री प्रकाश सिंह ने अपने संदेश में एमएमटीटीसी टीम के प्रयासों की सराहना की। कार्यवाहक निदेशक डॉ.राहुल कुंवर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालयों की भूमिका सिर्फ रोजगार योग्य स्नातक तैयार करना नहीं,बल्कि जिम्मेदार,नैतिक और वैश्विक स्तर पर सक्षम नागरिक बनाना है।कार्यक्रम में कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ.हिरण्मय रॉय ने रूपरेखा प्रस्तुत की,डॉ.कविता भट्ट ने सत्र का संचालन किया। डॉ.अमर जीत सिंह ने अतिथियों का परिचय दिया और समापन पर डॉ.सोमेश थपलियाल ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। इस एफडीपी में 17 राज्यों से 100 से अधिक उच्च शिक्षा संकाय सदस्य एक सप्ताह तक प्रशिक्षण लेंगे।