कार्तिकेय जन्म व तारकासुर वध की कथा का किया वर्णन
DESK THE CITY NEWS
हरिद्वार। श्री सनातन ज्ञान पीठ शिव मंदिर सेक्टर 1 समिति द्वारा आयोजित श्री शिव महा पुराण कथा के आठवें दिवस की कथा का शुभारंभ करते हुए परम पूज्य उमेश चंद्र शास्त्री महाराज जी ने पुत्र कार्तिकेय के जन्म और तारकासुर के वध की कथा सुनाई।
बताया कि भगवान शंकर और माता पार्वती के मांगलिक मिलन को कई वर्ष बीत गए। लेकिन संतान की प्राप्ति नहीं हुई। सभी देवता विचलित हो गए। उनको लगा कि भोले बाबा तो वास्तव में भोले हैं, संन्यासी हैं। वह मांगलिक मिलन नहीं करेंगे। जब वे ऐसा करेंगे ही नहीं, तो पुत्र की प्राप्ति कैसे होगी। कैसे तारकासुर का वध होगा। फिर देवता भोले नाथ की स्तुति करने लगे, तप करने लगे। लेकिन भगवान शंकर और पार्वती जी को कोई संतान नहीं हुई। कथा में मंदिर सचिव ब्रिजेश शर्मा, कथा के मुख्य यजमान प्रभात गुप्ता, धर्मपत्नी रेनू गुप्ता, जय प्रकाश, राकेश मालवीय, दिलीप गुप्ता, तेज प्रकाश, अनिल चौहान, सुनील चौहान, मानदाता, मोहित तिवारी आदि उपस्थित थे।