आत्मनिर्भर पहाड़ की तस्दीक है सहकारिता मेले: डॉ. धन सिंह

देहरादून/बागेश्वर। अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के अंतर्गत नुमाइशखेत, बागेश्वर में सहकारिता से पर्वतीय कृषि थीम पर आयोजित सहकारिता मेले के तीसरे दिन शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। उन्होंने 24 काश्तकारों को 24 लाख रुपये का ब्याज रहित ऋण एवं चार एमपैक्स समितियों को माइक्रो एटीएम वितरित किए तथा लेखक केशवानंद जोशी की पुस्तक ’‘शकुन्तला नाटक’’ का विमोचन किया।
डॉ. रावत ने कहा कि सहकारिता मेलों का उद्देश्य हर ब्लॉक के प्रमुख उत्पाद को वैश्विक पहचान दिलाना है। अब तक 50 करोड़ रुपये से अधिक का ब्याज रहित ऋण किसानों को वितरित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 31 लाख किसान सहकारिता विभाग से जुड़े हैं और महिला समूहों को 10 लाख तक का ऋण बिना गारंटर दिया जाएगा। मंडुवा को पर्वतीय आशा का प्रतीक बताते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में सहकारिता मॉडल से सामूहिक खेती को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने काफलीगैर में डिग्री कॉलेज और कपकोट उप जिला चिकित्सालय के लिए 30 करोड़ की स्वीकृति की घोषणा की। मेले में विभिन्न विभागों और स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टॉलों में स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री की गई।