कांग्रेस ने की मनसा देवी हादसे की हाईकोर्ट के सीटिंग जज की निगरानी में जांच की मांग

कांग्रेस ने की मनसा देवी हादसे की हाईकोर्ट के सीटिंग जज की निगरानी में जांच की मांग

 

 

DESK THE CITY NEWS

 

हरिद्वार। मनसा देवी मंदिर में हुई भगदड़ की घटना के लिए कांग्रेस ने सरकार और प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार बताया है। प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए महानगर कांग्रेस अध्यक्ष अमन गर्ग ने घटना की हाईकोर्ट के सीटिंग जज की निगरानी में जांच और जिम्मेदार अधिकारियों और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि सरकार की और से घोषित की गयी मुआवजा राशि बेहद कम है। मृतकों के परिजनों को एक करोड़ रूपए मुआवजा दिया जाए और घायलों के उपचार का पूरा खर्च सरकार उठाए। मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों पर भीड़ प्रबंधन के लिए स्थायी और ठोस नीति बनाए जाए। उन्होंने कहा कि मृतकों की वास्तविक संख्या सार्वजनिक की जाए और हादसे की पूरी सच्चाई जनता के सामने लायी जाए।
अमन गर्ग ने कहा कि कांवड़ मेला संपन्न होने के बाद प्रशासन अति उत्साह में था और पूरे सावन चलने वाले मेले के लिए कोई पुख्ता तैयारी नहीं की। अधिकांश पुलिसकर्मी प्रदेश में पंचायत चुनाव में डयूटी पर थे। पर्याप्त पुलिस होता तो इस घटना को रोका जा सकता था। उन्होंने कहा कि मनसा देवी मंदिर में भीड़ नियंत्रण के मानकों को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया। भीड़ बढ़ने पर सीढ़ी वाले रास्ते को हमेशा वन वे किया जाता है। लेकिन घटना वाले दिन दोनों और से आवाजाही शुरू रखी गयी। जिससे अफरातफरी मची और बड़ा हादसा हो गया। आरोप लगाया कि हादसे के बाद पुलिस और प्रशासन की राहत टीमें देरी से पहुंचे। स्थानीय लोगों ने सबसे पहले रेस्क्यू शुरू किया।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता मुरली मनोहर ने कहा कि मंदिर मार्ग पर अतिक्रमण भी हादसे की वजह है। इसकी जांच होनी चाहिए। वरूण बालियान ने कहा कि मंदिर प्रबंधन को केवल दान लेने तक सीमित रहने के बजाए श्रद्धालुओं की सुरक्षा का जिम्मेदारी भी लेनी चाहिए। जवाबदेह लोगों पर कठोर कार्रवाई की जाए।
इस मौके पर पूर्व विधायक रामयश सिंह, महेश प्रताप राणा, वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री संतोष चौहान, मनोज सैनी, दीपक टंडन, पार्षद रोहित सेठी आदि उपस्थित थे।

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