प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में भालू और बाघ के हमलों पर कांग्रेस का आक्रोश, मुख्य वन संरक्षक कार्यालय का किया घेराव

देहरादून। प्रदेश के ग्रामीण और पर्वतीय क्षेत्रों में भालू एवं बाघ के बढ़ते हमलों को लेकर कांग्रेस ने वन विभाग की कथित लापरवाही पर कड़ा आक्रोश जताया है। शुक्रवार को कांग्रेसजनों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व में मुख्य वन संरक्षक कार्यालय का घेराव कर जंगली जानवरों के आतंक से लोगों को राहत दिलाने की मांग की।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बड़ी संख्या में कार्यकर्ता दिलाराम चौक पर एकत्र हुए, यहां से रैली वन विकास निगम कार्यालय होते हुए मुख्य वन संरक्षक कार्यालय पहुंची। कांग्रेस ने ज्ञापन सौंपकर हाल के महीनों में भालू और बाघ के हमलों में तेज़ी से हुई बढ़ोतरी पर गंभीर चिंता व्यक्त की। ज्ञापन में बताया गया कि पौड़ी और चमोली सहित कई ग्रामीण क्षेत्रों में दर्जनों पालतू मवेशी मारे जा चुके हैं, जबकि कई लोग इन हमलों में जान गंवा चुके या गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इससे न केवल लोगों की आजीविका प्रभावित हो रही है बल्कि भय के माहौल के कारण पलायन भी बढ़ रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने मांग की कि प्रभावित क्षेत्रों में भालू-बाघ की निगरानी और ट्रैकिंग बढ़ाई जाए, रात्रिकालीन गश्त मजबूत की जाए, तथा ट्रैंक्विलाइज़र टीम और रेस्क्यू यूनिट की तत्काल तैनाती की जाए। साथ ही पीड़ित परिवारों को मुआवजा, ग्रामीणों को जागरूकता प्रशिक्षण, गांवों के आसपास सुरक्षा व्यवस्थाएं और विभागीय समन्वय बेहतर करने पर जोर दिया। उन्होंने मानवदृवन्यजीव संघर्ष को कम करने हेतु तात्कालिक एवं दीर्घकालिक, दोहरी कार्ययोजना बनाने की मांग भी उठाई।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, सूर्यकांत धस्माना, आर्येंद्र शर्मा, राजेंद्र भंडारी, ज्योति रौतेला, डॉ. जसविंदर सिंह गोगी सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।