एनएच अधिकारियों की लापरवाही पर उठे सवाल, सुरक्षा व्यवस्था नदारद

हरिद्वार। दिल्ली-हरिद्वार-देहरादून हाईवे पर प्रेमनगर आश्रम के सामने फ्लाईओवर पर बुधवार देर रात हुए भीषण हादसे में वॉलीबॉल खिलाड़ी अर्पित सैनी समेत तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा फ्लाईओवर पर महीनों से चल रही मरम्मत कार्य के दौरान सुरक्षा उपायों की भारी कमी और एनएच अधिकारियों की लापरवाही के कारण हुआ। जिस कार से दुर्घटना हुई, उस पर श्रीराम लिखा हुआ था।
जानकारी के अनुसार अर्पित सैनी निवासी इब्राहिमपुर, थाना पथरी अपने दोस्त रहमान निवासी अलीपुर, बहादराबाद के साथ देहरादून से एक कार्यक्रम से लौट रहे थे। प्रेमनगर आश्रम के सामने फ्लाईओवर पर हाईवे की मरम्मत का काम जारी था, लेकिन न पर्याप्त चेतावनी संकेत थे और न ही मशीनों को सुरक्षित ढंग से रखा गया था। इसी दौरान तेज रफ्तार में आ रही कार अचानक अनियंत्रित होकर हाईवे पर खड़े जनरेटर/मशीन से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि अर्पित सैनी और मौके पर काम कर रहे मजदूर राजू राय निवासी पश्चिम बंगाल की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। हादसे में गंभीर रूप से घायल मजदूर आनंद सिंह को एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया, जहाँ उपचार के दौरान उन्होंने भी दम तोड़ दिया। कार में सवार रहमान बुरी तरह घायल हैं और उन्हें जॉलीग्रांट अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि फ्लाईओवर पर महीनों से काम चल रहा है, लेकिन सुरक्षा बैरियर, रिफ्लेक्टर, चेतावनी लाइटें और वैकल्पिक रास्ते की स्पष्ट व्यवस्था न होने से लगातार खतरा बना हुआ है। हादसे के बाद एनएच अधिकारियों की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।