सहयोगी शिक्षक भी पकड़ा गया

जोगेंद्र मावी, ब्यूरो,
हरिद्वार। बहादराबाद ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी बृजपाल सिंह राठौर को 20,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए विजिलेंस टीम ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया। उनके भ्रष्टाचार का दायरा इतना व्यापक था कि अपने मित्र शिक्षक मुकेश कुमार, जो कभी ड्यूटी पर नहीं जाता था, को भी तनख्वाह दिलवाने और विभिन्न लेन-देन व शिकायत प्रकरणों को सांठगांठ के माध्यम से सुलझाने में शामिल किया गया। दोनों के खिलाफ संपत्ति की जांच की जाएगी और विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
राठौर ने रिश्वत लेकर अपने कार्यालय का ऐशगृह बनाया था, जिसकी सजावट लाखों रुपये की बताई जा रही है। इसकी भव्यता और ठाठबांट की चर्चा न केवल शिक्षा विभाग में बल्कि अन्य विभागों में भी थी। अधीनस्थ शिक्षक और स्कूलों के प्रधानाचार्य उसकी मनमानी और दबंगई से परेशान थे। राठौर ने अपनी कार के शीशों पर पुलिस के प्रतीक चिह्न तक लगवा रखे थे, जिससे उसका रौब और बढ़ जाता था।
विशेष रूप से, पुलिस लाइन के स्कूल में हुए अतिरिक्त निर्माण कार्य की स्वीकृति के लिए भी राठौर ने रिश्वत की मांग की थी, जबकि निर्माण मानकों के अनुसार कार्य संपन्न किया गया था। इस मामले में प्रधानाचार्य को मजबूर होकर विजिलेंस में शिकायत करनी पड़ी। विजिलेंस टीम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों के अनुरूप कार्रवाई करते हुए राठौर और उसके सहयोगी शिक्षक को गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी शिक्षा विभाग में अनुशासन, जवाबदेही और भ्रष्टाचार विरोधी कदमों का उदाहरण प्रस्तुत करती है। इस कार्रवाई से स्पष्ट संदेश गया कि किसी भी पद का दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और रिश्वतखोरी पर कड़ा रुख अपनाया जाएगा।