-छिटपुट घटनाओं के बावजूद प्रशासन की मुस्तैदी से सकुशल संपन्न हुआ कांवड़ मेला
आज सावन की शिवरात्रि पर शिवालयों में किया जाएगा भगवान शंकर का अभिषेक
DESK THE CITY NEWS
हरिद्वार। धर्मनगरी में मंगलवार को हरकी पौड़ी, हाईवे, सड़के सहित गलियां बम-बम भोले के जयकारों से गूंज उठी। मेला अवधि में छिटपुट घटनाओं के बावजूद जिला प्रशासन की मुस्तैदी से कांवड़ मेला सकुशल संपन्न हो गया। पुलिस प्रशासन के अनुसार कांवड़ मेला अवधि में चार करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने जल भरकर अपने-अपने गंतव्यों को प्रस्थान किया। अभी अधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया गया है।
11 जुलाई से शुरू हुए कांवड़ यात्रा के तहत मंगलवार को यात्रा के आखिरी दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगाजल लेने हरिद्वार पहुंचे। हरकी पौड़ी श्रद्धालुओं से खचाखच भरी नजर आई। जहां तक नजरे जा रही थीं वहां तक शिवभक्त ही शिवभक्त नजर आ रहे थे। जल लेकर जल्दी लौटने वाले डाक कांवड़ियों की संख्या भी काफी नजर आई।
यात्रा के तीसरे और अंतिम चरण के लिए प्रशासन की ओर से भी पूरी तैयारी की गई। पुलिस बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए और यातायात को सुगम बनाने के लिए योजना के तहत काम किया। बता दें कि 12 दिन के अंदर 3 करोड़ 56 लाख कांवड़ यात्री गंगा जल लेकर रवाना हो चुके हैं। वहीं मंगलवार को भी लाखों की संख्या में कांवड़िये हरिद्वार पहुंचे। ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से चार करोड़ से अधिक शिवभक्तों के आने का अनुमान लगाया है। जबकि शिवभक्तों का कुल आंकड़ा मेला प्रशासन द्वारा अधिकारिक रूप से जारी किया जाएगा।
11 जुलाई से शुरू हुए कांवड़ यात्रा के तहत मंगलवार को यात्रा के आखिरी दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगाजल लेने हरिद्वार पहुंचे। हरकी पौड़ी श्रद्धालुओं से खचाखच भरी नजर आई। जहां तक नजरे जा रही थीं वहां तक शिवभक्त ही शिवभक्त नजर आ रहे थे। जल लेकर जल्दी लौटने वाले डाक कांवड़ियों की संख्या भी काफी नजर आई।
यात्रा के तीसरे और अंतिम चरण के लिए प्रशासन की ओर से भी पूरी तैयारी की गई। पुलिस बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए और यातायात को सुगम बनाने के लिए योजना के तहत काम किया। बता दें कि 12 दिन के अंदर 3 करोड़ 56 लाख कांवड़ यात्री गंगा जल लेकर रवाना हो चुके हैं। वहीं मंगलवार को भी लाखों की संख्या में कांवड़िये हरिद्वार पहुंचे। ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से चार करोड़ से अधिक शिवभक्तों के आने का अनुमान लगाया है। जबकि शिवभक्तों का कुल आंकड़ा मेला प्रशासन द्वारा अधिकारिक रूप से जारी किया जाएगा।
आज होगा शिवालयों में जलाभिषेक
कांवड़ यात्रा का समापन आज सावन की शिवरात्रि के साथ ही हो जाएगा। शिवरात्रि पर कांवड़िए शिवालयों में जलाभिषेक करेंगे। इसके लिए भी जिला प्रशासन ने पूरी तैयार की हुई है।
57 लाख से अधिक शिवभक्तों पहुंचे नीलकंड
पौड़ी।इस श्रावण मास की कांवड़ यात्रा में जहां एक ओर लाखों की भीड़, कठिन रास्ते और मौसम की चुनौतियाँ थीं, वहीं दूसरी ओर पौड़ी कप्तान लोकेश्वर सिंह का सतत निरीक्षण,कर्मठ नेतृत्व और जमीनी स्तर पर उपस्थिति मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं को अभूतपूर्व सफलता की ओर ले गया। कांवड़ यात्रा-2025 के इस ऐतिहासिक आयोजन में अब तक 57 लाख से अधिक श्रद्धालुओं को सकुशल दर्शन किए।
पुलिस ने कांवड़ियों को वितरित किया प्रसाद
दून पुलिस द्वारा प्रेमनगर में कावड़ श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए तीन दिवसीय भंडारे में कांवड़ियों को प्रसाद वितरित किया। श्रद्धालुओं के लिए भंडारे के निकट ही उनके स्नान करने की अलग से व्यवस्था की गई। मंगलवार को भंडारे का पुलिस अधीक्षक नगर द्वारा पूजा अर्चना के पश्चात समापन किया गया। इस अवसर पर क्षेत्राधिकार प्रेमनगर, थानाध्यक्ष प्रेमनगर, चौकी प्रभारी झाझरा, चौकी प्रभारी बिधौली एवं थाना प्रेमनगर में नियुक्त कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
डीएम व एसएसपी ने कंट्रोल रूम से रखी नजर
हरिद्वार।कांवड़ मेले में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने कंट्रोल रूम सहित धरातल पर उतरकर मेले पर पैनी नजर रखी। जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सीसीआर में कंट्रोल रूम पहुंच कर ड्रोन एवं सीसीटीवी के माध्यम से पूरी कांवड़ यात्रा पर कड़ी निगरानी रखने के साथ ही ा जिस चौराहा एवं स्थान पर यातायात बाधित होने एवं कोई सुविधा उपलब्ध कराए जाने के लिए संबंधित अधिकारियों को दूरसंचार के माध्यम से निर्देशित किया, ताकि उस क्षेत्र की यातायात व्यवस्था एवं सुविधा को तत्परता से सुव्यवस्थित किया जा रहा है।
पूर्व राज्यमंत्री ने प्रसाद वितरित
हरिद्वार।सावन मास में वरिष्ठ समाजसेवी कार्तिक कुमार की ओर से आयोजित भंडारे में राज्यमंत्री सहित गंगा महासभा अध्यक्ष नितिन गौतम, पूर्व राज्य मंत्री महावीर रावत, शिवालिक नगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष विभाष सिन्हा, योग आचार्य योगी रजनीश व शिशॉक सिखोला आदि ने शिवभक्तों को प्रसाद वितरित किया।