तलसारी निवासी जितेंद्र आत्महत्या प्रकरण में बड़ा खुलासा, मोबाइल ने खोले राज
35 लाख के विवाद ने ली जान, विपक्ष हमलावर, भाजपा ने कहा दोषी नहीं बचेगा

सुमित तिवारी / उत्तराखंड प्रहरी ब्यूरो,
पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल। तलसारी गांव निवासी जितेंद्र कुमार (32) की आत्महत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर एवं भाजपा नेता हिमांशु चमोली को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। बीते दिन जिस घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया था, अब उसमें वित्तीय लेन-देन और राजनीतिक लिंक सामने आए हैं। पुलिस जांच में पता चला कि जितेंद्र ने रानीपोखरी क्षेत्र में 3.5 बीघा भूमि सौदे के लिए चमोली को 35 लाख रुपये दिए थे, लेकिन न तो जमीन का सौदा पूरा हुआ और न ही रकम लौटाई गई। इसी आर्थिक नुकसान और मानसिक तनाव ने उसे आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया।
घटना 21 अगस्त की सुबह करीब चार बजे की है, जब मृतक अपने दोस्तों भगवान सिंह और सौरभ खंडूरी के साथ जंगल से लौट रहा था। कार में सफर के दौरान उसने अपने मोबाइल का कोड सौरभ को भेजा और अंतिम संदेश लिखकर खुद पर गोली चला दी। इससे पहले उसने सोशल मीडिया पर आत्महत्या का वीडियो अपलोड किया था। फॉरेंसिक जांच में जीएसआर टेस्ट से पुष्टि हुई कि गोली मृतक ने ही चलाई थी।
घटना 21 अगस्त की सुबह करीब चार बजे की है, जब मृतक अपने दोस्तों भगवान सिंह और सौरभ खंडूरी के साथ जंगल से लौट रहा था। कार में सफर के दौरान उसने अपने मोबाइल का कोड सौरभ को भेजा और अंतिम संदेश लिखकर खुद पर गोली चला दी। इससे पहले उसने सोशल मीडिया पर आत्महत्या का वीडियो अपलोड किया था। फॉरेंसिक जांच में जीएसआर टेस्ट से पुष्टि हुई कि गोली मृतक ने ही चलाई थी।

मोबाइल ने खोले राज
पुलिस ने मृतक के मोबाइल, चैटिंग, बैंक डिटेल्स और दस्तावेजों की गहन जांच में पाया कि हिमांशु चमोली और मृतक के बीच भूमि सौदे को लेकर विवाद चल रहा था। 35 लाख रुपये देने के बाद भी न तो जमीन का सेटलमेंट हुआ और न ही पैसे वापस मिले। पूछताछ में आरोपी ने स्वीकारा कि डील का सेटलमेंट नहीं हो पाया और इस कारण विवाद गहरा गया। पुलिस ने बताया कि मामले में अन्य संबंधित लोगों की भूमिका भी जांच के दायरे में है और और नाम सामने आ सकते हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस घटना ने स्थानीय और राज्य स्तर की राजनीति को हिला दिया है।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि “भाजपा शासन में भूमाफिया को संरक्षण प्राप्त है और निर्दाेष लोग इसकी भेंट चढ़ रहे हैं।”
विपक्ष ने मांग की कि पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए और पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच हो।
भाजपा प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि “कानून सबके लिए समान है। दोषी कोई भी हो, उसे सजा जरूर मिलेगी।”
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि “भाजपा शासन में भूमाफिया को संरक्षण प्राप्त है और निर्दाेष लोग इसकी भेंट चढ़ रहे हैं।”
विपक्ष ने मांग की कि पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए और पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच हो।
भाजपा प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि “कानून सबके लिए समान है। दोषी कोई भी हो, उसे सजा जरूर मिलेगी।”
20 अगस्त की रात मृतक अपने दोस्तों के साथ शिकार के लिए निकला था। वापसी के दौरान उसने कार में ही गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मृतक के फोन से 6 और 18 अगस्त को बनाए गए दो अन्य आत्महत्या संबंधी वीडियो भी मिले थे, जिनमें उसने आर्थिक दबाव और पैसे डूबने का जिक्र किया था।

मामले का असर और आगे की कार्यवाही
यह मामला भाजपा के लिए राजनीतिक संकट बन सकता है। विपक्ष ने इसे राज्य में बढ़ते जमीन घोटालों और भूमाफिया पर ढील के उदाहरण के रूप में उठाना शुरू कर दिया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया है। विस्तृत जांच जारी है और प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि जो भी नाम सामने आएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री धामी ने पीड़ित परिवार को दिया न्याय का आश्वासन
पौड़ी। तलसारी गांव के दिवंगत जीतेन्द्र नेगी प्रकरण ने पूरे जिले में राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह को पीड़ित परिवार से मिलने और उन्हें प्रशासन की कार्रवाई की जानकारी देने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने परिजनों को भरोसा दिलाया कि प्रशासन उनके साथ खड़ा है और हर संभव मदद प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत के पिता सतीश चंद्र से फोन पर वार्ता कर संवेदना व्यक्त की और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया। ज्ञात हो कि मुख्य आरोपी हिमांशु चमोली को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है, जबकि अन्य आरोपियों की जांच जारी है। मुख्यमंत्री ने साफ किया है कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा और पूरे उत्तराखंड में कानून का शासन कायम रहेगा। प्रशासन ने आश्वस्त किया कि जांच निष्पक्ष रूप से पूरी की जाएगी और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत के पिता सतीश चंद्र से फोन पर वार्ता कर संवेदना व्यक्त की और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया। ज्ञात हो कि मुख्य आरोपी हिमांशु चमोली को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है, जबकि अन्य आरोपियों की जांच जारी है। मुख्यमंत्री ने साफ किया है कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा और पूरे उत्तराखंड में कानून का शासन कायम रहेगा। प्रशासन ने आश्वस्त किया कि जांच निष्पक्ष रूप से पूरी की जाएगी और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।
भाजपा युवा नेता आरोपी, सोशल मीडिया बना चर्चा का विषय
यह मामला सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि मुख्य आरोपी भाजपा का युवा नेता है। लोग सरकार से निष्पक्ष और त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। विपक्ष ने भी इस प्रकरण को लेकर सरकार पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और न्याय सुनिश्चित करने का दबाव बढ़ाया है। सोशल मीडिया और राजनीतिक मंचों पर इस घटना ने गहरी बहस को जन्म दिया है, जिसमें प्रशासन की जवाबदेही और राजनीतिक जिम्मेदारी दोनों पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
भाजपा सरकार पर गंभीर सवाल, कैबिनेट मंत्री के आश्वासन पर उठे संदेह
पौड़ी। पौड़ी जनपद के तलसारी गांव निवासी जितेंद्र कुमार की आत्महत्या ने प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया है। आरोप है कि इस दुखद घटना में शामिल आरोपी भाजपा से जुड़ा हुआ है। इससे सरकार की कार्यप्रणाली और कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं।
कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि दोषी चाहे कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा। परंतु जनता और विपक्ष सवाल उठा रहे हैं कि जब आरोपी सत्ता पक्ष से संबंधित है, तो क्या जांच सच में निष्पक्ष और पारदर्शी होगी? डॉ. रावत ने मृतक के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और अधिकारियों को त्वरित व निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। विपक्ष ने इस प्रकरण को सत्ता संरक्षण में बढ़ते अपराधों का ताजा उदाहरण करार देते हुए कहा है कि भाजपा सरकार में आम आदमी असुरक्षित महसूस कर रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यदि इस मामले में ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो इसका सीधा असर भाजपा की साख पर पड़ेगा।
कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि दोषी चाहे कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा। परंतु जनता और विपक्ष सवाल उठा रहे हैं कि जब आरोपी सत्ता पक्ष से संबंधित है, तो क्या जांच सच में निष्पक्ष और पारदर्शी होगी? डॉ. रावत ने मृतक के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और अधिकारियों को त्वरित व निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। विपक्ष ने इस प्रकरण को सत्ता संरक्षण में बढ़ते अपराधों का ताजा उदाहरण करार देते हुए कहा है कि भाजपा सरकार में आम आदमी असुरक्षित महसूस कर रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यदि इस मामले में ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो इसका सीधा असर भाजपा की साख पर पड़ेगा।