स्यानाचट्टी में बनी अस्थाई झील की जल निकासी का प्रयास जारी
उत्तरकाशी/बड़कोट। बड़कोट तहसील के स्यानाचट्टी में गडगाड गदेरे में मलबा आने से यमुना नदी का मार्ग आंशिक रूप से अवरुद्ध हो गया था। इससे बनी अस्थाई झील के कारण आसपास के क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हुई।
प्रशासन की विभिन्न एजेंसियां झील के मुहाने को चौड़ा कर जल निकासी बढ़ाने और नदी मार्ग को गहरा करने के प्रयास कर रही हैं। इसके लिए जेसीबी, पोकलेन और अन्य आवश्यक मशीनें मौके पर कार्यरत हैं। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि झील में जमा गाद को शीघ्र निकालकर नदी का प्रवाह व्यवस्थित करें और अधिक डिपोजिशन वाले हिस्सों से मलबा हटाकर पानी का बहाव सुचारू बनाएं। वर्तमान में नदी का जलस्तर स्यानाचट्टी पुल से नीचे है।
बुजुर्गों का सहारा बनी खाकी
उत्तरकाशी। लगातार बारिश और भूस्खलन से गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग धरासू-नालूपानी के पास क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसके चलते जिला प्रशासन ने यातायात को धौंतरी, लंबगांव, चंबा मार्ग से डायवर्ट किया। शुक्रवार को यातायात निरीक्षक संजय रौथाण अपनी टीम के साथ धरासू भूस्खलन जोन पर यातायात और सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे थे। इस दौरान कुछ बुजुर्ग और बीमार लोग, जो चिन्यालीसौड़ की ओर जा रहे थे, मार्ग की स्थिति देखकर चिंतित हो गए। मौके पर मौजूद पुलिस टीम ने उन्हें सहारा देते हुए भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र को सुरक्षित पार करवाया और गंतव्य की ओर रवाना किया।
पहाड़ के लोगों के लिए जीवनदायिनी बन रही एयर एंबुलेंस
उत्तरकाशी। राज्य सरकार द्वारा संचालित एयर एंबुलेंस सेवा संकट की घड़ी में पहाड़ के लोगों के लिए जीवनदायिनी सिद्ध हो रही है। आज गर्भवती महिला अंजली (25), पत्नी लोकेश मखलोगा, निवासी ग्राम उत्तरों को आपातकालीन चिकित्सा सहायता हेतु कन्सेण जोशियाड़ा हैलीपैड से एयर एंबुलेंस द्वारा एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया।