राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर मलबे में दबे लोगों को बचाया

DESK THE CITY NEWS
पौड़ी गढ़वाल। उत्तराखंड में कुदरत का रौद्र रुप देखने को मिल रहा है। उत्तरकाशी के बाद अब पौड़ी गढ़वाल जिले से भी बड़ी खबर सामने आई है। पौड़ी तहसील के बुरांसी गांव में जहां दो महिलाएं मलबे में दबने से मौत हो गई, जबकि बांकुड़ा गांव पांच मजदूरों के बहने की खबर सामने आई है।
पौड़ी गढ़वाल जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि जिले में कल रात से ही बहुत भारी बारिश हो रही है, जिस वजह से सड़कों पर कई जगह लैंडस्लाइड हुआ है, जिससे कई मार्ग बंद है। इसके अलावा भारी बारिश के कारण कई गांवों को भी नुकसान पहुंचा है। एक गांव में तो कई घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। जिलाधिकारी अपनी टीम के साथ वहां खुद मौके पर गई थी। ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। इसके अलावा ग्रामीणों को जो भी राहत सामग्री की जरूरत है, वो भी उन्हें दी जा रही है।
जानकारी के अनुसार, रात्रि में अतिवृष्टि से आये मलबे से आठ से 10 भवन क्षतिग्रस्त हुये हैं। एक घर में मलबा घर के पीछे की दीवार तोड़कर अन्दर घुस गया। जिससे घर के अन्दर सो रही दो सगी बहने मलबे में दब गयी। मृतक आशा देवी और विमला देवी साथ ही रहती थी। जिलाधिकारी की विशेष अनुमति से मौके पर मृतकों के पंचनामे की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है तथा पोस्टमार्टम की प्रक्रिया भी नियमानुसार की जा रही है। राजस्व विभाग के प्राथमिक सर्वेक्षण के मुताबिक बुरांसी गांव निवासी अमर सिंह के 8 पशुओं की मृत्यु हुई है।
पौड़ी गढ़वाल जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि जिले में कल रात से ही बहुत भारी बारिश हो रही है, जिस वजह से सड़कों पर कई जगह लैंडस्लाइड हुआ है, जिससे कई मार्ग बंद है। इसके अलावा भारी बारिश के कारण कई गांवों को भी नुकसान पहुंचा है। एक गांव में तो कई घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। जिलाधिकारी अपनी टीम के साथ वहां खुद मौके पर गई थी। ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। इसके अलावा ग्रामीणों को जो भी राहत सामग्री की जरूरत है, वो भी उन्हें दी जा रही है।
जानकारी के अनुसार, रात्रि में अतिवृष्टि से आये मलबे से आठ से 10 भवन क्षतिग्रस्त हुये हैं। एक घर में मलबा घर के पीछे की दीवार तोड़कर अन्दर घुस गया। जिससे घर के अन्दर सो रही दो सगी बहने मलबे में दब गयी। मृतक आशा देवी और विमला देवी साथ ही रहती थी। जिलाधिकारी की विशेष अनुमति से मौके पर मृतकों के पंचनामे की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है तथा पोस्टमार्टम की प्रक्रिया भी नियमानुसार की जा रही है। राजस्व विभाग के प्राथमिक सर्वेक्षण के मुताबिक बुरांसी गांव निवासी अमर सिंह के 8 पशुओं की मृत्यु हुई है।

मजदूरों की तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी
इसके साथ ही थैलीसैंण तहसील के बांकुड़ा गांव में भी नेपाली मूल के पांच मजदूरों के बहने की सूचना है। पांचों की तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी है। वहीं इस आपदा में मजदूर घायल भी हुए है, जिनका रेस्क्यू कर लिया गया है। पौड़ी गढ़वाल जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के मुताबिक पाबौ इलाके में कलगाड़ी के पास नेशनल हाईवे पर टूटे पुल के लिए बैली ब्रिज मंगवाया जा रहा है।

लैंडस्लाइड के कारण मार्ग हुआ वॉशआउट
वहीं, बैंजवाड़ी के पास केंद्रीय विद्यालय जाने वाले मार्ग पर देर रात भारी बारिश के कारण लैंडस्लाइड हो गया, जिससे सड़क का एक हिस्सा टूटकर ढह गया। इस मार्ग के किनारे स्थित एक मकान पर भूस्खलन का सीधा खतरा मंडरा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि रात के समय ही घर में रह रहे परिवार को सुरक्षित रूप से पास के घरों में शिफ्ट कर दिया गया। यह सड़क केंद्रीय विद्यालय तक जाती है और यहां से रोजाना स्कूली बच्चे आवाजाही करते हैं। ऐसे में ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस मार्ग की सुरक्षा के लिए तुरंत कड़े कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में कोई अप्रिय घटना न घटे।

एसएसपी पौड़ी ने भी किया निरीक्षण
पौड़ी।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने जनपद में आपदाग्रस्त क्षेत्रों का लगातार स्थलीय निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। बारिश से बाधित हुए सड़क मार्गों की स्थिति का आकलन करते हुए उन्होंने मौके पर तैनात पुलिस बल को सतर्कता बरतने,यात्रियों को सुरक्षित मार्ग की जानकारी देने तथा खतरनाक क्षेत्रों में आमजन को जाने से रोकने के निर्देश दिए। साथ ही सभी अधिकारी-कर्मचारियों को अलर्ट मोड पर रहने जिससे किसी भी प्रकार की आपात की सूचना मिलने पर राहत कार्य को शीघ्रता से संचालित किए जा सकें। किसी भी आपदा की स्थिति में त्वरित रेस्क्यू व समन्वय बनाते कार्य करने हेतु भी निर्देशित किया गया।
आपदा प्रभावितों के उपचार में नहीं रहेगी कोई कमी
देहरादून/श्रीनगर गढ़वाल। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने उत्तरकाशी के धराली सहित अन्य आपदाग्रस्त क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सा सेवाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि आपदा प्रभावितों को हर हाल में बेहतर और त्वरित उपचार उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और गंभीर रूप से घायलों के उपचार में कोई कमी नहीं आनी चाहिए। डॉ.रावत ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण महानिदेशालय में अधिकारियों के साथ बैठक कर आपदा प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जा रही सेवाओं की समीक्षा की।