धराली आपदा के बाद शोक का माहौल, भाजपा कर रही तिरंगा यात्रा, विभाजन विभीषिका दिवस की तैयारी

DESK THE CITY NEWS
हरिद्वार। उत्तराखंड इन दिनों प्राकृतिक आपदा के प्रकोप से जूझ रहा है। भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं ने कई जिलों में तबाही मचाई है। उत्तरकाशी, पौड़ी रुद्रप्रयाग, हरिद्वार, देहरादून जैसे क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त है। कहीं मकान जमींदोज हो गए, तो कहीं सड़कों का नामोनिशान मिट गया। कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि कई अब भी लापता हैं। सरकार और प्रशासन राहत व बचाव कार्यों में जुटा है।
ऐसे संवेदनशील समय में भाजपा द्वारा हर घर तिरंगा, विभाजन विभिषिका दिवस मनाने की तैयारियों में जुट गए हैं। जबकि कई क्षेत्रों में लोग अपने परिजनों को खोने के ग़म में डूबे हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर विरोध के स्वर भी सुनाई दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि आपदा के बीच सरकार और सत्ताधारी दल को संवेदनशीलता दिखानी चाहिए, न कि उत्सव जैसे आयोजन करने चाहिए।
वहीं दूसरी ओर भाजपा 14 अगस्त को मनाए जाने वाले विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस की तैयारियों में भी जुट गई है। इस दिन देश के विभाजन के दौरान विस्थापित हुए लोगों की स्मृति में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। भाजपा इस दिन को लेकर व्यापक स्तर पर आयोजन करने की तैयारी में है।
हालांकि विपक्षी दलों और कुछ सामाजिक संगठनों का कहना है कि आपदा की इस घड़ी में प्राथमिकता पीड़ितों की मदद होनी चाहिए, न कि राजनीतिक प्रचार और आयोजन। विपक्ष ने सवाल उठाया है कि जब हजारों लोग खुले आसमान के नीचे हैं, तब तिरंगा यात्रा निकालना क्या नैतिक रूप से उचित है?
ऐसे संवेदनशील समय में भाजपा द्वारा हर घर तिरंगा, विभाजन विभिषिका दिवस मनाने की तैयारियों में जुट गए हैं। जबकि कई क्षेत्रों में लोग अपने परिजनों को खोने के ग़म में डूबे हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर विरोध के स्वर भी सुनाई दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि आपदा के बीच सरकार और सत्ताधारी दल को संवेदनशीलता दिखानी चाहिए, न कि उत्सव जैसे आयोजन करने चाहिए।
वहीं दूसरी ओर भाजपा 14 अगस्त को मनाए जाने वाले विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस की तैयारियों में भी जुट गई है। इस दिन देश के विभाजन के दौरान विस्थापित हुए लोगों की स्मृति में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। भाजपा इस दिन को लेकर व्यापक स्तर पर आयोजन करने की तैयारी में है।
हालांकि विपक्षी दलों और कुछ सामाजिक संगठनों का कहना है कि आपदा की इस घड़ी में प्राथमिकता पीड़ितों की मदद होनी चाहिए, न कि राजनीतिक प्रचार और आयोजन। विपक्ष ने सवाल उठाया है कि जब हजारों लोग खुले आसमान के नीचे हैं, तब तिरंगा यात्रा निकालना क्या नैतिक रूप से उचित है?
कार्यक्रमों के सफल आयोजन के लिए मंथन
भाजपा जिला कार्यालय हरिद्वार पर हर घर तिरंगा, तिरंगा यात्रा एवं विभाजन विभीषिका दिवस को लेकर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। भाजपा जिला अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रत्येक वर्ष पार्टी के कार्यकर्ता आम जनमानस के साथ तिरंगा यात्रा एवं अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से देशभक्ति के कार्यक्रम को उत्साह के साथ आयोजित करते हैं। बताया कि आगामी 10 अगस्त से लेकर 14 अगस्त तक प्रत्येक मंडल में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया जाना है। 13 से 15 अगस्त तक सभी घरों और प्रतिष्ठानों पर तिरंगा फहराना पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा सुनिश्चित किया जाए। 12 से 14 अगस्त तक स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े स्मारकों स्वतंत्रता आंदोलन के जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों के आसपास स्वच्छता अभियान चलाकर पुष्पांजलि अर्पित की जाए।
2 मिनट का मौन रख दी श्रद्धांजलि
हालांकि भाजपा कार्यकर्ताओं ने कार्यशाला के समापन के बाद उत्तरकाशी जिले के धराली में आई प्राकृतिक आपदा में जान गवाने वाले व्यक्तियों की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया। इस कार्यक्रम में हरिद्वार मेयर किरण जैसल, जिला महामंत्री आशु चौधरी, दायित्वधारी सुनील सैनी, किसान मोर्चा प्रदेश महामंत्री योगेश चौहान, महिला मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष अनु कक्कड़, जिला उपाध्यक्ष लव शर्मा ,जितेंद्र चौधरी, दीपांशु विद्यार्थी आदि उपस्थित थे।