विपुल त्यागी: 23 मार्च 2023
बीते वर्ष सितंबर माह में विधानसभा सचिवालय द्वारा एक पक्षीय कार्रवाई कर 228 कार्मिकों को बिना कारण बताए प्राकृतिक न्याय के विरुद्ध बर्खास्त कर दिया गया था बर्खास्त कार्मिक न्याय के लिए विधानसभा के बाहर 3 महीने से अधिक समय से धरने पर बैठे हैं बुधवार को चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिवस पर बर्खास्त कार्मिकों ने नव दुर्गा की उपासना के लिए 9 दिन का व्रत रखने का संकल्प लिया साथ ही अपनी बहाली के लिए पूजा अर्चना की।
कार्मिकों का कहना है कि अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के दौरान कई कार्मिकों का स्वास्थ्य भी बिगड़ा कई कार्मिकों ने इस तनाव से अपने परिवार में अपनों को खोने का दर्द भी जला उसके बावजूद अनशन के 3 माह गुजर जाने पर भी बर्खास्त कार्मिकों को न्याय नहीं मिला इस बीच कार्मिक न्याय के देवता गोलजू आदिशक्ति मां धारी देवी एवं इष्ट देव सेबी से न्याय की गुहार लगाई है कहना है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता सभी कार्मिक धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य है
कार्मिकों ने आरोप लगाया कि राज्य गठन के बाद सभी नियुक्तियां समान प्रक्रिया के अधीन हुई है इसके बाद भी विधानसभा अध्यक्ष द्वारा 228 कार्मिकों को ही भेदभाव पूर्ण कार्रवाई से बर्खास्त कर विधि की सर्वोच्च संस्था जहां नियम बनते हैं वहां पर नियमों की धज्जियां उड़ाई गई है कार्मिकों का यह भी कहना है कि सभी कार्मिकों को न्यायालय पर अटूट विश्वास है कि उनको न्याय जरूर मिलेगा
सभी कार्मिकों द्वारा नवरात्रि में 9 दिन का उपवास रखकर मां भगवती से न्याय के लिए गुहार लगाई जाएगी वह नौवें दिवस पर रात्रि जागरण कर आदिशक्ति का जागरण किया जाएगा इस दौरान कोशिक भैसोड़ा, मुकेश पंत, कविता फतयाल , सरस्वती कठेत, अक्षत शर्मा ,मीनाक्षी शर्मा, सुमित्रा रावत, लक्ष्मी चिराग, दया नगरकोटी, रजनी उपरेती, पूनम अधिकारी ,पुष्पा बिष्ट, सुशांत बिष्ट, कुलदीप सिंह, राहुल पांडे, गोपाल नेगी, कैलाश अधिकारी ,रिशु सूर्य, उपेंद्र बिष्ट, गौरव सिंह ,कैलाश जोशी, पंकज सिंह आदि समस्त बर्खास्त कार्मिक उपस्थित थे