इमरान खान ने विपक्ष के खिलाफ देशद्रोह का आरोप लगाया था. इमरान ने दावा किया था कि उनकी सरकार को गिराने की साजिश में विपक्ष ने विदेशी ताकतों का इस्तेमाल किया है. कुछ समय के बाद इमरान खान ने विदेशी ताकतों के नाम पूछे जाने पर अमेरिका का नाम लिया था. अब खबर आई है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनाती सीक्रेट सर्विस में घुसपैठ की कोशिश की. यानी अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा में एक बड़ी चूक हुई, और इस साजिश के पीछे जिम्मेदार पाकिस्तान है. तो अब सवाल ये है कि क्या पाकिस्तान अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ बड़ी साजिश को अंजाम देने वाला था?