गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंजा लक्सर ओवरब्रिज, पेशी पर जा रहे कुख्यात बदमाश पर जानलेवा हमला, दो पुलिसकर्मी घायल

हरिद्वार। बुधवार दोपहर लक्सर ओवरब्रिज उस समय गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठा, जब रुड़की कारागार से अदालत में पेशी के लिए ले जाए जा रहे कुख्यात बदमाश विनय त्यागी पर अज्ञात बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस सनसनीखेज हमले में विनय त्यागी को दो गोलियां लगीं, जबकि उसकी सुरक्षा में तैनात दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी और दहशत का माहौल बन गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मेरठ निवासी कुख्यात बदमाश विनय त्यागी को बुधवार को पुलिस टीम रुड़की जेल से लक्सर कोर्ट में पेशी के लिए लेकर जा रही थी। जैसे ही पुलिस वाहन लक्सर ओवरब्रिज के पास पहुंचा, पहले से घात लगाए बाइक सवार हमलावरों ने अचानक पुलिस वाहन को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। अचानक हुई फायरिंग से सड़क पर मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई और वाहन चालकों ने जान बचाने के लिए गाड़ियां इधर-उधर मोड़ दीं।
हमले में विनय त्यागी को दो गोलियां लगने की पुष्टि हुई है, वहीं सुरक्षा में तैनात दो पुलिसकर्मी भी गोलियों के छर्रे लगने से घायल हो गए। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई की, जिससे हमलावर मौके से फरार हो गए और बड़ा हादसा टल गया। घटना के तुरंत बाद घायल बदमाश और पुलिसकर्मियों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद बदमाश की हालत गंभीर देखते हुए उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है, जबकि दोनों पुलिसकर्मियों की हालत स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस प्रशासन में मचा हड़कंप
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का गहन निरीक्षण किया। जिलेभर में नाकेबंदी कर सघन चेकिंग अभियान चलाया गया है। संभावित फरार मार्गों, हाईवे और सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस टीमें तैनात कर दी गई हैं। इसके साथ ही आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि हमलावरों की पहचान की जा सके।
गंभीरता से पुलिस कर रही मामले की जांच
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह हमला पूरी तरह सुनियोजित प्रतीत हो रहा है और बदमाश को छुड़ाने या उसकी हत्या के इरादे से वारदात को अंजाम दिया गया है। पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। हमलावरों की पहचान कर शीघ्र गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी समीक्षा की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।