पौष संक्रांति पर गुरुद्वारों में दीवान, कथा-कीर्तन का आयोजन

हरिद्वार। विभिन्न गुरुद्वारों में पौष माह की संक्रांति के अवसर पर संगत ने श्रद्धापूर्वक गुरुद्वारे पहुंचकर श्री गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष माथा टेका और आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान गुरुद्वारों में कथा और शब्द कीर्तन का आयोजन किया गया। प्रेम नगर चौक स्थित निर्मल विरक्त कुटिया डेरा कार सेवा ऐतिहासिक गुरुद्वारे में विशेष दीवान सजाया गया। इस अवसर पर बाबा पंडत ने कहा कि गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी के मूल स्थान की बहाली को लेकर सिख समाज का संघर्ष निरंतर जारी है, लेकिन शासन-प्रशासन समाज की मांगों की अनदेखी कर रहा है। सूबा सिंह ढिल्लो ने समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए शीघ्र मूल स्थान आवंटित करने की मांग की। कनखल स्थित निर्मल संतपुरा गुरुद्वारे में कथावाचक संत बलजिंदर सिंह शास्त्री और ज्ञानी पंकज सिंह ने कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि पौष माह शहादत का महीना है, जिसमें गुरु गोबिंद सिंह के चारों साहिबजादों और माता गुजरी ने धर्म की रक्षा हेतु बलिदान दिया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में संगत उपस्थित रही।