महिला जनप्रतिनिधियों के अधिकारों की रक्षा को पौड़ी में प्रशासन सक्रिय
पौड़ी गढ़वाल/श्रीनगर। पौड़ी जनपद में महिला जनप्रतिनिधियों के अधिकारों में बढ़ रहे परिजनों के हस्तक्षेप और उनके कार्यक्षेत्र में अनधिकृत दखल पर गंभीर चिंता जताई गई है। इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर एक वरिष्ठ पत्रकार ने जिलाधिकारी पौड़ी स्वाति एस. भदौरिया को विस्तृत पत्र भेजकर तत्काल संज्ञान लेने और रोकथाम हेतु स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करने की मांग की।
पत्र प्राप्त होते ही जिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि महिला जनप्रतिनिधियों को उनके संवैधानिक अधिकारों के साथ कार्य करने का पूरा अवसर दिया जाए और किसी भी स्थिति में उनके पति, परिजन या अन्य व्यक्ति को सरकारी बैठकों या कार्यों में हस्तक्षेप की अनुमति न दी जाए। खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) खिर्सू अमित विजल्वाण के साथ इस पर विस्तृत चर्चा की गई, जिसमें न्याय पंचायत देवलगढ़ से दुर्गेश कुमार फौजी भी मौजूद रहे। बीडीओ ने आश्वस्त किया कि खंड क्षेत्र में प्रॉक्सी प्रथा पर पूर्ण रोक लगाई जाएगी। सचिवों और ग्राम पंचायत अधिकारियों को निर्देशित किया जाएगा कि बैठकों में केवल निर्वाचित महिला प्रतिनिधि ही भाग लें और हस्ताक्षर करें।