अर्धकुंभ: मेले की बागडोर फिर प्राधिकरण के पास

1986 से प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बन रहे मेला अधिकारी
2021 में सचिव हरबीर सिंह अपर मेलाधिकारी भी रहे

 

हरिद्वार। अर्धकुंभ मेला अधिकारी सोनिका सिंह को हरिद्वार विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद एकबार फिर इस महामेले को सम्पन्न कराने की जिम्मेदारी प्राधिकरण पर आ गई है।1986 में गठन के बाद से ही प्राधिकरण की कुंभ-अर्धकुंभ में महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
हरिद्वार को 1989 में जिला घोषित किया गया लेकिन इससे पूर्व 1986 में हरिद्वार विकास प्राधिकरण का गठन किया जा चुका था और उपाध्यक्ष के रूप में इसकी जिम्मेदारी वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को सोंपी जा रही थी। क्योंकि कुंभ, अर्धकुंभ जैसे महामेलों के लिए सीनियर आईएएस अधिकारियों की जरूरत होती थी, इसलिए 1986 में प्राधिकरण के गठन के समय से ही प्राधिकरण में नियुक्त आईएएस इन मेलों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
1986 में प्राधिकरण के गठन के बाद हरिश्चंद्र श्रीवास्तव इसके पहले वीसी बनाए गए। इसके बाद प्राधिकरण की बागडोर वरिष्ठ आईएएस अरुणकुमार मिश्र को सौंपी गई। उनके कार्यकाल में ही कुंभ पड़ा और वह कुंभ 1986 के मेला अधिकारी भी बनाए गये। 1992 का अर्धकुंभ हविप्रा के तत्कालीन उपाध्यक्ष राजीव गुप्ता ने सम्पन्न कराया। 1998 में जेपी शर्मा प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बने उन्होंने ही 1998 का कुंभ भी सम्पन्न कराया। 2004 का अर्धकुंभ उत्पलकुमार सिंह ने प्राधिकरण उपाध्यक्ष रहते सम्पन्न कराया, जबकि 2010 के कुंभ में आनंदवर्धन प्राधिकरण उपाध्यक्ष और कुंभ मेला अधिकारी रहे। 2016 का अर्धकुंभ एस.ए. मुरुगेशन ने हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के रुप में सम्पन्न कराया। कुंभ 2021 के लिए दीपक रावत मेला अधिकारी बनाए गए , वह प्राधिकरण के उपाध्यक्ष भी रहे। जबकि इस दौरान हविप्रा के सचिव रहे हरबीर सिंह कुंभ मेले के अपर मेलाधिकारी भी रहे। कुंभ- अर्धकुंभ के लंबे इतिहास में 1986 के बाद कभी भी ऐसा नहीं हुआ कि हरिद्वार विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष अलग रहा हो और मेलाधिकारी अलग। हालांकि 1998 और 2004 में तत्कालीन जिलाधिकारियों फतेह बहादुर, एसके महेश्वरी, ओमप्रकाश को भी मेलाधिकारी घोषित किया गया लेकिन मेला, प्राधिकरण वीसी ने ही सम्पन्न कराया। अब एकबार फिर मेलाधिकारी और प्राधिकरण वीसी के पद पर रहते हुए 2010 बैच की आईएएस सोनिका सिंह अर्धकुंभ सम्पन्न कराएंगी। कुंभ , अर्धकुंभ के इतिहास में इसबार ये भी पहली बार होगा जब कोई महिला मेलाधिकारी अर्धकुंभ सम्पन्न कराएंगी।
मुख्यमंत्री जी की भावना के अनुरूप अर्धकुंभ को कुंभ की भांति भव्य एवं दिव्य रूप से सम्पन्न कराना हमारी प्राथमिकता है। मेले के विकास कार्य आरंभ हो चुके हैं।यातायात, कानून व्यवस्था व क्राउड मैनेजमेंट पर मेले के दौरान विशेष फोकस रहेगा।
-सोनिका सिंह, मेला अधिकारी एवं उपाध्यक्ष प्राधिकरण।

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