टकनौर क्षेत्र की कृषि संकट में, किसानों को नहीं मिल रहा उचित मूल्य

उत्तरकाशी। भटवाड़ी प्रखंड का टकनौर क्षेत्र अपने आलू, राजमा और सेब के लिए जाना जाता है, लेकिन बीते वर्षों में किसान अपनी मेहनत का उचित मूल्य नहीं पा रहे हैं। अत्यधिक वर्षा के बावजूद आलू की बम्पर पैदावार के बावजूद बाजार भाव लागत से कम है। न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग विशेषकर आलू के लिए अब तक पूरी नहीं हुई। खेती की घटती लाभप्रदता से युवा पलायन कर रहे हैं और क्षेत्र की आर्थिकी कमजोर हो रही है। सरकार को चाहिए कि प्रमुख नगदी फसलों के लिए डैच् तय करे और कोल्ड स्टोरेज व वैल्यू-एडिशन केंद्र स्थापित कर किसानों को बिचौलियों पर निर्भर न रहना पड़े। समय रहते कदम उठाए बिना यह समृद्ध घाटी आर्थिक असमानता और पलायन के दलदल में फंस सकती है।