गौमाता के महत्त्व पर शंकराचार्य का आह्वान
देहरादून। ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने गौमतदाता संकल्प सभा में कहा कि गौमूत्र में गंगा और गोबर में लक्ष्मी का वास गौमाता के अद्भुत महत्त्व को दर्शाता है। उन्होंने चेतावनी दी कि कंपनियां देशी गाय को नष्ट कर कृत्रिम दूध बेचने की साजिश रच रही हैं, जैसे गंगा जल को दूषित कर बोतलबंद पानी बेचा गया। शंकराचार्य ने गौसंरक्षण को राष्ट्र की समृद्धि का आधार बताते हुए सबको इस षड्यंत्र को विफल करने का संकल्प लेने का आह्वान किया।