लोगों को डरा-धमकाकर जमीन कब्जाने वाले गिरोह पर पुलिस का शिकंजा, दंपत्ति समेत पांच दबोचे

उत्तराखंड प्रहरी ब्यूरो / बेणीराम उनियाल,
देहरादून। लोगों को डरा-धमकाकर उनकी जमीन कब्जाने वाले कुख्यात गिरोह पर दून पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पांच अभियुक्तों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक दंपति और उनके दो पुत्र सहित परिवार के पांच सदस्य शामिल हैं। पुलिस जांच में सामने आया कि यह गिरोह वर्षों से भोले-भाले लोगों को डराकर, झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देकर उनकी जमीनों पर कब्जा कर रहा था। इन पर धोखाधड़ी, मारपीट और अन्य आपराधिक वारदातों के करीब डेढ़ दर्जन मुकदमे दर्ज हैं।
शांतिनगर में प्लॉट कब्जाने की कोशिश से खुला मामला
थाना रानीपोखरी पुलिस के अनुसार 23 अगस्त को वादिनी अल्का सिंघल ने तहरीर दी कि उन्होंने वर्ष 2016 में शांतिनगर रानीपोखरी में भूमि खरीदी थी। हाल ही में पड़ोस में रहने वाली तारा देवी व उसके परिजनों ने उनके प्लॉट को अपना बताते हुए कब्जे की कोशिश की। यही नहीं, उन्होंने अल्का सिंघल को काम रोकने, जान से मारने और झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी। पीड़िता की शिकायत पर थाना रानीपोखरी में मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस ने जांच शुरू की। जांच में पता चला कि यह गिरोह पहले भी कई लोगों के साथ इसी तरह की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। आरोपियों के खिलाफ दर्ज पुराने मामलों की पुष्टि होने पर पुलिस ने शनिवार को पांचों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी और आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार आरोपियों में कमलस्वरूप, उनकी पत्नी तारा देवी, बेटे अजय कुमार व विकास उर्फ विक्की और बहू सोनी देवी शामिल हैं। इन पर वर्ष 2005 से लेकर 2025 तक हत्या की कोशिश, मारपीट, धमकी, धोखाधड़ी और साजिश जैसे गंभीर मामलों में 16 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। हाल के मामलों में ठछै की कई धाराएं भी शामिल हैं।
पुलिस टीम की सराहनीय कार्रवाई
अभियुक्तों की गिरफ्तारी में रानीपोखरी थानाध्यक्ष उपनिरीक्षक विकेन्द्र चौधरी के नेतृत्व में म0उ0नि0 सीमा राघव, हे0का0 धीरेन्द्र यादव, का0 रवि कुमार, विजय कुमार, सतेन्द्र कुमार और महिला हे0का0 तारावती पाल की टीम शामिल रही। पुलिस अब गिरोह के नेटवर्क और अन्य पीड़ितों की पहचान में जुटी है।