-विकासनगर में मां की निर्मम हत्या का खुलासा
DESK THE CITY NEWS
देहरादून। मां के आंचल में जिंदगी की पहली सांस लेने वाला बेटा ही उसकी मौत का सौदागर बन गया। नशे की लत ने उसे इतना बेरहम बना दिया कि पैसों के लिए उसने अपनी ही मां का खून कर दिया और फिर सबूत मिटाने के लिए घर में आग लगा दी। पुलिस ने इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा करते हुए आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है।
पति की तहरीर से खुली परतें
रामबाग हरबर्टपुर निवासी संजय सिंह राणा ने कोतवाली विकासनगर में दी तहरीर में बताया कि सुबह वह ड्यूटी पर आसन बैराज गए थे। इसी दौरान पड़ोसियों ने फोन कर घर में आग लगने की सूचना दी। जब वह घर पहुंचे तो पत्नी का शव जली हुई हालत में पड़ा था, जबकि बेटा मनमोहन सिंह गायब था। उन्होंने बताया कि बेटा नशे का आदी है और अक्सर मां से पैसों के लिए झगड़ा करता था। उन्हें पूरा शक था कि बेटे ने ही यह वारदात की है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने धारा 103(1) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फील्ड यूनिट ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए।
एसएसपी ने बनाया विशेष दस्ता
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी देहरादून ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम बनाई। मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया और सर्विलांस की मदद से आरोपी की लोकेशन ट्रेस की गई। पुलिस ने दबिश देकर उसे कुल्हाल क्षेत्र से दबोच लिया। आरोपी के पास से घर से चोरी की गई नगदी बरामद हुई।
पूछताछ में उगले काले राज
31 वर्षीय मनमोहन सिंह ने कबूल किया कि वह पहले भी मादक पदार्थों की तस्करी और आर्म्स एक्ट के मामले में जेल जा चुका है। घटना वाले दिन उसने मां से नशे के लिए पैसे मांगे। मां के इंकार और उसे घर से बाहर न जाने देने पर वह आग-बबूला हो गया। गुस्से में उसने पाटल से मां की गर्दन पर वार कर हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को गद्दे में लपेटकर कमरे में आग लगा दी, ताकि मामला हादसा लगे। फिर वह अलमारी से 30 हजार रुपये और कपड़े लेकर पल्सर बाइक से भाग गया। भागते वक्त हत्या में इस्तेमाल पाटल को ढालीपुर के पास फेंक दिया, जिसे बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया।
ये रहे पुलिस टीम में शामिल
निरीक्षक विनोद सिंह गुसाईं, उ.नि. विकसित पंवार, उ.नि. सनोज कुमार, उ.नि. संदीप पंवार, उ.नि. ओमवीर चौधरी, का. नितिन, का. नवीन कोहली, का. जितेंद्र सिंह (एसओजी देहात) आदि शामिल थे।