-पुलिस ने लगाई बैरिकेडिंग, श्रद्धालुओं से की सतर्क रहने की अपील

DESK THE CITY NEWS
हरिद्वार। उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने एक बार फिर से पहाड़ों की संवेदनशीलता को उजागर कर दिया है। मौसम विभाग द्वारा जारी ऑरेंज अलर्ट के बीच, हरिद्वार स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ मनसा देवी मंदिर के पैदल मार्ग पर मंगलवार को भूस्खलन हो गया। इस दौरान एक हिस्से की लोहे की रैलिंग टूट गई जिससे वहां से गुजर रहे श्रद्धालुओं में हड़कंप मच गया। गनीमत रही कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई।
जानकारी के अनुसार, भारी बारिश के चलते मनसा देवी मंदिर के मुख्य पैदल मार्ग पर ऊपर से मलबा और पत्थर गिरने लगे। इसी दौरान पैदल मार्ग की सुरक्षा रैलिंग का एक हिस्सा भी टूट गया जिससे कुछ श्रद्धालु बाल-बाल बचे। घटना की सूचना मिलते ही हरिद्वार पुलिस और नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और एहतियातन बैरिकेडिंग लगाकर उस हिस्से को सील कर दिया गया। इसके साथ ही पुलिस ने श्रद्धालुओं से सतर्क रहने की अपील की है।
जानकारी के अनुसार, भारी बारिश के चलते मनसा देवी मंदिर के मुख्य पैदल मार्ग पर ऊपर से मलबा और पत्थर गिरने लगे। इसी दौरान पैदल मार्ग की सुरक्षा रैलिंग का एक हिस्सा भी टूट गया जिससे कुछ श्रद्धालु बाल-बाल बचे। घटना की सूचना मिलते ही हरिद्वार पुलिस और नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और एहतियातन बैरिकेडिंग लगाकर उस हिस्से को सील कर दिया गया। इसके साथ ही पुलिस ने श्रद्धालुओं से सतर्क रहने की अपील की है।
पुलिस और मंदिर प्रशासन की अपील
हरिद्वार पुलिस के अनुसार, मनसा देवी मंदिर की ओर जाने वाले पैदल मार्ग पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षित मार्ग से गुजरने में मदद मिल सके। मंदिर प्रशासन ने भी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे छाता और रेनकोट के साथ चलें, फिसलन वाली जगहों पर सतर्क रहें और बच्चों को अकेले आगे न बढ़ने दें। वहीं हरकी पैड़ी से मनसा देवी मंदिर की ओर जाने वाले रोपवे सेवा फिलहाल चालू है, लेकिन मौसम के चलते वह भी कभी भी प्रभावित हो सकती है।
चारधाम यात्रियों और पर्यटकों के लिए विशेष हिदायत
प्रशासन ने चारधाम यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं और पहाड़ी क्षेत्रों में भ्रमण के लिए निकले पर्यटकों को भी सलाह दी है कि वे यात्रा के दौरान भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से बचें, प्रशासनिक अलर्ट पर ध्यान दें और मौसम के साफ होने तक ठहराव करें।
पहाड़ों में भूस्खलन का बना हुआ है खतरा
गौरतलब है कि बीते कई दिनों से राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन और सड़कों के टूटने की खबरें लगातार आ रही हैं। यमुनोत्री, गंगोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ जैसे चारधाम मार्गों पर भी कई जगहों पर पत्थर गिरने और मलबा आने की घटनाएं हो चुकी हैं। सरकार और प्रशासन पहले ही अलर्ट मोड पर हैं, और जगह-जगह एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीमें तैनात की गई हैं।
नदियों, तालाबों का जलस्तर बढ़ा, प्रशासन सतर्क
हरिद्वार। जनपद में सोमवार से रूक-रूक कर हो रही बारिश तथा पहाड़ी जिलों में हो रही भारी बारिश के चलते जिले की अधिकांश नदियों, तालाब, नालों और जलाशयों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, राजस्व, सिंचाई, लोनिवि, शिक्षा सहित सभी संबंधित विभागों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जल भराव वाले क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिये।