देश को मिले 109 भारतीय वन सेवा के अधिकारी, इनमें से 22 महिला अधिकारी

 इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय वन अकादमी, देहरादून में आयोजित हुआ
DESK THE CITY NEWS
देहरादून। इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय वन अकादमी, देहरादून में प्रशिक्षणरत 2023 बैच के भारतीय वन सेवा परिवीक्षार्थियों का दीक्षांत समारोह दीक्षांत गृह, वन अनुसंधान संस्थान में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर न्यायमूर्ति वी. रामासुब्रमण्यन, अध्यक्ष, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग मुख्य अतिथि के रूप में शामिल और परिवीक्षार्थियों को प्रमाणपत्र तथा पदक प्रदान किए।
इस अवसर पर इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय वन अकादमी के निदेशक डॉ० जगमोहन शर्मा ने निदेशक रिपोर्ट प्रस्तुत की।  उन्होंने कहा कि यह संस्थान पूर्व में इंडियन फॉरेस्ट कॉलेज और अब राष्ट्रीय वन अकादमी के रूप में देश की सेवा कर रहा है। स्वतंत्र भारत के समस्त भारतीय वन सेवा अधिकारियों और 14 मित्र राष्ट्रों के 367 वन अधिकारियों ने अब तक इस संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान 2023-25 प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में 109 भारतीय वन सेवा परिवीक्षार्थियों तथा भूटान के 02 विदेशी प्रशिक्षुओं सहित कुल 111 प्रशिक्षु अधिकारियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इनमें 22 महिला आईएफएस प्रशिक्षु अधिकारी हैं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति वी. रामासुब्रमण्यन ने कहा कि भारतीय वन सेवा में प्रशासनिक दायित्वों के साथ-साथ नैतिक एवं सांविधिक प्रतिबद्धताएं निहित हैं। उन्होंने चेताया कि आपको अपने दायित्वों और भूमिकाओं के प्रति सजग रहना चाहिए क्योंकि भूमिकाएं समय के साथ बदल जाती हैं। उन्होंने इन नए अधिकारियों को सफलता के मंत्र देते हुए कहा कि वे सदैव नियमों की अनुपालना करें और कभी भी इनके प्रति उदासीन न हों। किसी भी कारण से नियमों को तोड़कर केवल कुछ समय का लाभ प्राप्त हो सकता है किंतु लंबे समय में यह पेनल्टी के रूप में सामने आता है। उन्होंने कहा कि अपने अधीनस्थ कार्मिकों और सहयोगियों के प्रति गलत व्यवहार न करें।  समय बदलने के साथ एक छोटा का गलत कार्य आपके करियर को प्रभावित कर सकता है। और, सदैव सकारात्मक रहें और एक जैसे रहें। आपका व्यवहार आपके प्रति लोगों के नजरिये को प्रभावित करता है।
इस मौके पर पीसीसीएफ (एचओएफएफ) उत्तराखंड, महानिदेशक, आईसीएफआरई, निदेशक, एफआरआई, महानिदेशक भारतीय वन सर्वेक्षण, निदेशक, भारतीय वन्यजीव संस्थान, निदेशक, वानिकी शिक्षा निदेशालय आदि उपस्थित रहे।

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